![जरुरी जानकारी | यूपीआई पारिस्थितिकी के विस्तार पर आरबीआई गवर्नर ने बैठक की जरुरी जानकारी | यूपीआई पारिस्थितिकी के विस्तार पर आरबीआई गवर्नर ने बैठक की](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2020/04/default_04-380x214.jpg)
मुंबई, आठ मई भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यूपीआई पारिस्थितिकी तंत्र के विस्तार, उत्पादों का दायरा बढ़ाने और नवीन भुगतान समाधानों को बढ़ावा देने के तरीकों पर बुधवार को बैंकों एवं अन्य हितधारकों के साथ चर्चा की।
एकीकृत भुगतान प्रणाली (यूपीआई) मोबाइल फोन के जरिये एक से दूसरे बैंक में तत्काल लेनदेन की सुविधा देने वाली भुगतान व्यवस्था है। इसका विकास आरबीआई की इकाई भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने किया है।
आरबीआई ने बयान में कहा कि दास ने यूपीआई पारिस्थितिकी तंत्र के प्रमुख हितधारकों- बैंकों, एनपीसीआई, मोबाइल एप्लिकेशन प्रदाताओं और प्रौद्योगिकी सेवा प्रदाताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में यूपीआई की पहुंच को और बढ़ाने के लिए संभावित रणनीतियों पर चर्चा की गई।
बयान के मुताबिक, ‘‘यूपीआई को अपनाने और उपयोग को व्यापक बनाने से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर व्यापक चर्चा हुई। हितधारकों ने अपने मूल्यवान सुझाव साझा किए।’’
इस दौरान यूपीआई बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार करने की रणनीतियों और पारिस्थितिकी तंत्र के सामने आने वाली चुनौतियों एवं उनके समाधान के लिए अनूठे समाधानों पर चर्चा हुई।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि बैठक में मिले तमाम सुझावों की समीक्षा की जाएगी और उनपर समुचित कदम उठाया जाएगा।
इस बैठक में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबिशंकर और केंद्रीय बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
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