धर्मशाला, 28 अक्टूबर ट्रेविस हेड (67 गेंद में 109 रन) की आक्रामक शतकीय पारी के बाद आखिरी ओवर में मैच पर शानदार नियंत्रण से ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी विश्व कप मैच में शनिवार को यहां न्यूजीलैंड को रोमांचक मुकाबले में पांच रन से शिकस्त दी।
ऑस्ट्रेलिया की टीम 50 ओवर में 388 रन पर आउट हो गयी। न्यूजीलैंड ने इसके जवाब में नौ विकेट पर 383 रन बनाये।
न्यूजीलैंड के लिए रचिन रविंद्र ने 89 गेंद में 116 रन बनाये जबकि आखिरी ओवरों में जेम्स नीशम ने 39 गेंद में 58 रन बनाकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया। नीशम आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर रन आउट हुए जिससे मैच न्यूजीलैंड के हाथ से निकल गया।
हाथ की अंगुली में फ्रेक्चर के कारण लंबे समय तक खेल से दूर रहे हेड ने 67 गेंद की पारी में 10 चौके और सात छक्के जड़े तो वही शानदार लय में चल रहे वार्नर ने 65 गेंद में 81 रन की तेजतर्रार पारी खेली। वार्नर ने इस दौरान पांच चौके और छह छक्के लगाये। दोनों ने पहले विकेट के लिए 117 गेंद में 175 रन की साझेदारी की।
दोनों टीमों ने इस मैच में समग्र रूप से 771 रन बनाये जो विश्व कप में किसी मैच का सर्वोच्च रन का रिकॉर्ड है। इससे पहले का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका (428) और श्रीलंका (326) के मैच में इसी विश्व कप में सात अक्टूबर को बना था। इस मैच में दोनों टीमों ने 754 रन बनाये थे।
इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया के छह मैचों में न्यूजीलैंड के समान आठ अंक हो गए हैं और वह इस समय चौथे नंबर पर मजबूती से कायम है।
बड़ा स्कोर बनाने के बाद भी हालांकि ऑस्ट्रेलिया को इस जीत के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। बायें हाथ के 23 साल के बल्लेबाज रविंद्र ने कई शानदार शॉट खेल कर वैश्विक मंच पर एक बार फिर से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
इस पारी के दौरान उनकी टाइमिंग का ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। उन्होंने कुछ लंबे शॉट लगाने के साथ ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस की सटीक लेंथ वाली गेंद को कवर से ऊपर से दर्शकों के पास पहुंचाकर आश्चर्यचकित किया।
उन्होंने सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉन्वे (28) के साथ 61, डेरिल मिशेल (54 के साथ 96 और कार्यवाहक कप्तान टॉम लैथम (21) के साथ 54 रन की साझेदारी कर टीम को मुकाबले में बनाये रखा।
रविंद्र ने मैक्सवेल के खिलाफ छक्का लगाकर 77 गेंद में इस विश्व कप का अपना दूसरा शतक पूरा किया। वह इस तरह केन विलियमसन, मार्टिन गुप्टिल और ग्लेन टर्नर जैसे बल्लेबाजों की सूची में शामिल हो गये जिन्होंने विश्व कप के एक सत्र में दो शतक लगाये है।
वह कमिंस की गेंद पर मैक्सवेल को कैच देकर पवेलियन लौटे तो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने राहत की सांस ली। इसके बाद हालांकि नीशम ने मोर्चा संभाला और आखिरी ओवर तक टीम को मैच में बनाये रखा। आखिरी ओवर में ऑस्ट्रेलिया का क्षेत्ररक्षण कमाल का रहा। इसने मैच में बड़ा अंतर पैदा किया।
इससे पहले हेड पारी की शुरुआत से ही वार्नर से ज्यादा आक्रामक थे। न्यूजीलैंड के गेंदबाज उनके सामने असहाय लग रहे थे। उनकी बल्लेबाजी को देख कर ऐसा नहीं लगा कि वह लंबे समय के बाद टीम में वापसी कर रहे है।
कैमरून ग्रीन की जगह टीम में शामिल हेड को 70 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर जीवनदान भी मिला। मिशेल सेंटनर ने उनका आसान कैच टपका दिया। इसके पांच रन के बाद रचिन रविंद्र की गेंद पर उनका तेज प्रहार ग्लेन फिलिप्स के हाथों से निकल गया।
इन दो मौके अलावा हेड और वार्नर ने क्रीज का शानदार इस्तेमाल किया और मैदान के चारों ओर रन बनाये। दोनों ने आकाशीय शॉट लगाने के साथ बेहतरीन पुल, कट और ड्राइव लगाये।
न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने भी सही दिशा में गेंदबाजी नहीं की और बल्लेबाजों को आसानी से रन बनाने दिये। टीम का क्षेत्ररक्षण भी औसत रहा। न्यूजीलैंड ने क्षेत्ररक्षण के दौरान पांच कैच टपकाये। तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन के चोटिल होने से उनकी परेशानी और बढ़ गयी। फर्ग्यूसन को तीन ओवर में 38 रन लुटाने के बाद चोट के कारण मैदान से बाहर जाना पड़ा।
वॉर्नर ने 28 तो हेड ने 25 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। एकदिवसीय क्रिकेट में यह सिर्फ दूसरा मौका है जब दोनों सलामी बल्लेबाजों ने 30 गेंद के अंदर अपना-अपना पचासा पूरा किया। हेड और मिशेल मार्श ने इस साल मार्च में भारत के खिलाफ विशाखापत्तनम में यह कारनामा किया था। शुरुआती पावरप्ले (10 ओवर) में ऑस्ट्रेलिया ने 10 छक्के जड़ कर 118 रन बना लिये थे।
फिलिप्स ने अपनी गेंद पर वार्नर का कैच पकड़ कर इस साझेदारी को तोड़ा जिसके बाद न्यूजीलैंड की टीम कुछ हद तक वापसी करने में सफल रही।
फिलिप्स, सेंटनर और रविंद्र की स्पिन गेंदबाजों की तिकड़ी ने रनों पर अंकुश लगाने के साथ लगातार अंतराल पर विकेट चटकाये।
फिलिप्स ने हेड को बोल्ड किया तो वहीं स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन भी जल्दी-जल्दी आउट हुए। ऑस्ट्रेलिया ने 74 रन के अंदर चार विकेट गंवा दिये।
ग्लेन मैक्सवेल (24 गेंद में 41), जोश इंग्लिस (28 गेंद में 38) और पैट कमिंस (14 गेंद में 37 रन) ने तेज बल्लेबाजी कर टीम के स्कोर को 350 के पार पहुंचाये।
इंग्लिस ने इस दौरान छठे विकेट के लिए मैक्सवेल के साथ 38 गेंद में 51 और सातवें विकेट के लिए कमिंस के साथ 22 गेंद में 62 रन की साझेदारी की।
फिलिप्स ने 10 ओवर में महज 37 रन दिये और तीन विकेट चटकाये। बोल्ट को भी तीन सफलता मिली लेकिन उन्होंने 10 ओवर में 77 रन खर्च किये।
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