नयी दिल्ली, 11 सितंबर भारत के अनुभवी खेल प्रशासक रणधीर सिंह को एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है क्योंकि शेख अहमद अल फहद अल सबाह को जिनेवा की अदालत में जालसाजी करने का दोषी पाये जाने के बाद पद से हटना पड़ा।
रणधीर 1991 से 2015 तक 24 साल तक ओसीए के महासचिव रहे हैं।
पांच बार के ओलंपियन निशानेबाज रणधीर इस समय ओसीए के मानद आजीवन उपाध्यक्ष हैं।
रणधीर (72 वर्ष) 1987 से 2012 तक भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के महासचिव भी रह चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के 2001 से 2014 तक पूर्ण सदस्य रहने के बाद वह इसके मानद सदस्य बन गये।
अल सबाह ने ओसीए कार्यकारी बोर्ड और इसके सभी सदस्यीय राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों को पत्र के जरिये खुद रणधीर की नियुक्ति की पुष्टि की।
अल सबाह ने शुक्रवार को जारी पत्र में कहा, ‘‘जब तक मैं आज के फैसले के खिलाफ अपील में सफलता हासिल नहीं करता , तब तक मैंने तुरंत प्रभाव से ओसीए के अध्यक्ष पद से अस्थायी रूप से हटने का फैसला किया है। ’’
उन्होंने लिखा, ‘‘ओसीए के संविधान के अनुच्छेद 20.3 के अनुसार ओसीए कार्यकारी बोर्ड में मानद आजीवन उपाध्यक्ष और निर्वाचित सीनियर उपाध्यक्ष के तौर पर लंबे समय तक सेवारत सदस्य के रूप में राजा रणधीर सिंह ओसीए के कार्यकारी अध्यक्ष बन जायेंगे। ’’
पत्र के अनुसार, ‘‘इस दौरान राजा रणधीर सिंह ओसीए अध्यक्ष पद की सभी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों को निभायेंगे जिसकी शुरुआत 13 सितंबर 2021 को होने वाली ओसीए कार्यकारी बोर्ड की बैठक से होगी। ’’
इस साल मार्च में रणधीर को ओसीए आमसभा ने 2022 हांगजोऊ एशियाई खेलों की समन्वय समिति का चेयरमैन नियुक्त किया था।
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