जयपुर, 29 मई राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना वायरस की पहली लहर से अच्छी तरह निपटने के साथ दूसरी लहर में भी बेहतरीन प्रबंधन करते हुए देशभर में उदाहरण पेश किया है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखते हुए राज्य में ऑक्सीजन उत्पादन, टीकाकरण और चिकित्सा बुनियादी ढांचे को और बेहतर करने की योजना बनायी जाए तथा किसी भी स्तर पर कोई कमी नहीं रहे।
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए समुचित वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री शनिवार रात को राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति की उच्च स्तरीय समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में कोरोना की तीसरी संभावित लहर का सामना करने की प्रभावी रणनीति तैयार की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के विभिन्न स्वरूप होने तथा तीसरी लहर और अधिक घातक होने की बातें सामने आ रही हैं। इसे लेकर देश-दुनिया में हो रहे शोध और अध्ययन को ध्यान में रखते हुए रणनीति तैयार की जाए।
चिकित्सा सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आई है। राज्य में 14 मई को उपचाराधीन मामले करीब दो लाख 12 हजार थे जो अब घटकर लगभग 56 हजार रह गए हैं। कुछ जिलों में संक्रमण दर पांच प्रतिशत से भी कम हो गई है। केवल सात जिलों में ही अब भी संक्रमण दर 10 प्रतिशत से ऊपर है।
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