(अनन्या सेनगुप्ता)
नयी दिल्ली, नौ अप्रैल मध्य रेलवे ने अपने कर्मचारियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए दिशानिर्देश तैयार किया है जिसमें सभी 13 लाख कर्मचारियों की जानकारी एकत्र कर उन सब के लिए संभावित पृथकवास सुविधाओं की पहचान करना शामिल है।
'रेल परिवार देख रेख मुहिम' दस्तावेज में कर्मचारियों को सुरक्षित रखने के लिए जोनल रेलवे द्वारा पालन किए जाने वाले दिशानिर्देशों की एक सूची है।
अधिकारियों ने बताया कि रेलवे के सभी 17 जोन सुझाए गए उपायों को लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। रेलवे देश का सबसे बड़ा नियोक्ता है।
देश में इस वायरस से अब तक 5,700 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और कम से कम 166 लोगों की मौत हो चुकी है।
दस्तावेज के अनुसार संबंधित डिवीजनों / कार्यशालाओं / मुख्यालय के सभी कर्मचारियों की जानकारी जुटानी है। इसके तहत कर्मचारियों का नाम, वर्तमान आवासीय पता, फोन नंबर इस तरह से रखा जाना चाहिए कि उनसे कभी भी संपर्क किया जा सके। इसके अलावा हर कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्यों के लिए संभावित पृथकवास केंद्र की पहचान की जानी चाहिए।
सूत्रों ने कहा कि महामारी के कारण दो रेलवे कर्मचारियों की मौत के बाद कुछ जोन में यह दिशानिर्देश पहले से ही लागू है।
सूत्रों ने कहा कि सभी संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को हर समय कर्मचारियों की पूरी जानकारी रखने की सलाह दी गई है। इसके अलावा उन्हें स्वस्थ कर्मचारियों और स्वयंसेवकों का एक डेटाबेस बनाने के लिए भी कहा गया है।
दिशानिर्देश (प्रोटोकॉल) में कहा गया है कि ऐसे कर्मचारियों और उनके आश्रितों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए जो पहले से ही बीमार हैं।
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