(तस्वीरों के साथ)
मुलुगू (तेलंगाना), 18 अक्टूबर तेलंगाना में सत्ता में आने की उम्मीद कर रही कांग्रेस ने राज्य में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत की और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के नेता राहुल गांधी तथा उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा ने सत्तारूढ़ बीआरएस और भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाय कि दोनों दलों के बीच ‘‘मौन सहमति’’ है।
हैदराबाद से एक हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचे राहुल और प्रियंका ने कांग्रेस का प्रचार अभियान शुरू करने से पहले ऐतिहासिक रामप्पा मंदिर में पूजा-अर्चना की और विशेष रूप से निर्मित बस यात्रा ‘विजयभेरी यात्रा’ की शुरूआत की ।
वे कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्उी तथा पार्टी के अन्य नेताओं के साथ बस में खड़े दिखे और उन्होंने जनसभा के आयोजन स्थल तक रोडशो निकाला और रास्ते में खड़े लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
राहुल गांधी ने तेलंगाना में सत्तारूढ़ बीआरएस और भाजपा पर निशाना साधते हुए जनसभा में कहा कि राज्य में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में मुकाबला उनकी पार्टी और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की अगुवाई वाली पार्टी के बीच ही है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चाहती है कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) तेलंगाना चुनाव जीते। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा, बीआरएस तथा असदुद्दीन ओवैसी नीत ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) कांग्रेस को हराने के लिए एक साथ मिलकर काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘तेलंगाना चुनाव में मुकाबला कांग्रेस और बीआरएस के बीच है। हमने भाजपा को पहले ही हरा दिया है। लेकिन भाजपा चाहती है कि तेलंगाना में बीआरएस जीते। दोनों एक साथ मिलकर काम कर रही हैं। और एआईएमआईएम भी उनके साथ है।’’
राहुल गांधी ने भाजपा और बीआरएस के बीच मौन सहमति होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा संसद में जो चाहती थी, बीआरएस ने वही किया। इस क्रम में उन्होंने कृषि कानून, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर बीआरएस द्वारा भाजपा को ‘‘समर्थन’’ देने का हवाला दिया।
उन्होंने दावा किया कि तेलंगाना में ये तीनों दल एकजुट होकर काम कर रहे हैं और कांग्रेस पार्टी को हराने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में सबसे बड़ा सबूत यह है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के खिलाफ सीबीआई, ईडी या आयकर की कोई जांच नहीं है, जबकि देश में विपक्षी नेताओं के खिलाफ ऐसे कई मामले दर्ज हैं।
राहुल ने कहा, ‘‘मेरे खिलाफ 24 मामले दर्ज हैं। मेरा घर छीन लिया गया और मुझे लोकसभा से अयोग्य करार दे दिया गया लेकिन तेलंगाना के मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई मामला नहीं है।’’
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर आप बीआरएस के लिए वोट करेंगे तो वह भाजपा के खाते में जाएगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ उनकी पार्टी की लड़ाई विचारधारा की है और कांग्रेस उनकी (भाजपा) विचारधारा का विरोध करती है।
राहुल ने कहा कि भाजपा देशभर में कांग्रेस पर हमले कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे नेताओं को निशाना बनाया जाता है और उनके खिलाफ मामले दर्ज किए जाते हैं। क्योंकि वे जानते हैं कि कांग्रेस विचारधारा की पार्टी है और हम भाजपा के साथ कभी समझौता नहीं करेंगे।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि वे (भाजपा) जानते हैं कि वे तेलंगाना के मुख्यमंत्री को काबू में कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर उनकी ‘‘लगाम कस’’ सकते हैं।
कांग्रेस नेता ने तेलंगाना के लोगों से राज्य में भाजपा की ‘बी टीम’ (बीआरएस) को हराने के लिए उनकी पार्टी को वोट देने की अपील की।
उन्होंने दावा किया, ‘‘इसलिए आप (लोग) कांग्रेस का समर्थन करें। हमारी विचारधारा भाजपा की विचारधारा के खिलाफ है और हम न केवल तेलंगाना में बल्कि पूरे देश में उन्हें हराएंगे।’’
राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक तथा हिमाचल प्रदेश में भाजपा को हराया। उन्होंने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी तेलंगाना, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश और मिजोरम में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराएगी।
कांग्रेस नेता ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री से दलितों और आदिवासियों को जमीन देने के उनके वादों के बारे में भी सवाल किया।
तेलंगाना के गठन में कांग्रेस की भूमिका को याद करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने तेलंगाना राज्य बनाने का वादा किया था और पूरी दुनिया जानती है कि उसने वादा पूरा किया।
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक दल ऐसे वादे नहीं करते हैं जिससे उन्हें नुकसान हो सकता है लेकिन हमने इसकी परवाह नहीं की और हमने केवल लोगों खासतौर से तेलंगाना के गरीब लोगों के बारे में सोचा और यह फैसला लिया।’’
राहुल गांधी ने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने दलितों तथा आदिवासियों को जमीन देने का वादा किया था, नौकरी और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का वादा किया था तथा मकान बनाने और कर्ज माफ करने का वादा किय था। उन्होंने वहां एकत्रित लोगों से पूछा कि क्या केसीआर के नाम से मशहूर मुख्यमंत्री ने इन वादों को पूरा किया।
राहुल ने कहा कि वहीं, चाहे कर्नाटक हो, राजस्थान, छत्तीसगढ़ या हिमाचल प्रदेश् हो, कांग्रेस पार्टी ने उन राज्यों में लोगों से किए वादे पूरे किए हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने अपने संबोधन में आरोप लगाया कि तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रिमोट कंट्रोल से चला रहे हैं।
प्रियंका ने दावा किया कि मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव का शासन प्रत्येक परिवार को नौकरी देने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रहा और परिणामस्वरूप राज्य में 40 लाख से अधिक युवा बेरोजगार हो गए।
हैदराबाद में गत सप्ताह कथित तौर पर आत्महत्या करने वाली एक महिला अभ्यर्थी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘एक लड़की ने आत्महत्या की और सवाल खड़े हुए कि उसने खुद आवेदन नहीं भरा था। युवाओं की समस्याएं हल किए बिना उन पर उंगलियां उठायी जाती है और आपको (युवाओं) के रोजगार नहीं दिया जाता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ एक तरफ बीआरएस सरकार है, जिसने शुरू में तेलंगाना की बात की थी लेकिन आज उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से 'हाथ मिला लिया' है और प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी जी रिमोट कंट्रोल से (तेलंगाना) सरकार चला रहे हैं।’’
प्रियंका ने कहा कि राज्य में हर जगह भ्रष्टाचार और लूट हो रही है।
कांग्रेस महासचिव ने बीआरएस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह महंगाई को नियंत्रित करने और रोजगार उपलब्ध कराने के बारे में नहीं सोच रही है, बल्कि जमीन और रेत माफियाओं को बचाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
उन्होंने दावा किया कि रंगा रेड्डी जिले में बड़े पैमाने पर हजारों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि बीआरएस ने 'बंगारू तेलंगाना' (स्वर्णिम तेलंगाना) का वादा किया था, लेकिन उन्होंने अपने लिए आलीशान महल बनाए।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने एक आदिवासी विश्वविद्यालय, इस्पात संयंत्र और बागवानी विश्वविद्यालय स्थापित करने का वादा किया और पूछा कि, ‘‘उन्होंने क्या किया?’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘...उन्होंने (मोदी) पीएसयू अपने उद्योगपति मित्रों को सौंप दी तथा सरकारी कंपनियां भी बेच दी। उन्होंने न तो मौजूदा संगठनों की रक्षा की और न ही कुछ नया किया।’’
उन्होंने 30 नवंबर के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी द्वारा घोषित छह गारंटी पर भी विस्तार से बात की, जिसमें महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह और 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर देने का वादा शामिल है।
प्रियंका गांधी ने याद किया कि उनकी मां सोनिया गांधी ने तेलंगाना के गठन में बड़ी भूमिका निभायी थी क्योंकि जानते हुए भी यह फैसला आसन नहीं था कि कांग्रेस चुनाव हार सकती है।
राहुल और प्रियंका ने 30 नवंबर के विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी द्वारा घोषित ‘‘छह गारंटी’’ पर भी बात की। इनमें महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपये देने और 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर देने का वादा शामिल है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)