देश की खबरें | राहुल गांधी की भारतीय छात्रों को यूक्रेन से तत्काल निकालने की सरकार से अपील

नयी दिल्ली, 26 फरवरी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की दिक्कतें गिनाते हुए केंद्र सरकार से उन्हें वहां से तत्काल निकालने की अपील की।

गांधी ने कर्नाटक के कुछ भारतीय छात्रों का एक वीडियो साझा किया, जो यूक्रेन में एक बंकर में फंसे हुए हैं। यूक्रेन पर रूस की सेना ने बृहस्पतिवार को हमला कर दिया और आज तीसरे दिन भी वह आगे बढ़ रही है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीयों को वापस लाने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह भी किया है।

गांधी ने यूक्रेन में फंसी दो भारतीय छात्राओं का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘बंकर में मौजूद भारतीय छात्रों का यह दृश्य परेशान करने वाला है। बहुत सारे छात्र पूर्वी यूक्रेन में फंसे हुए हैं जहां भीषण हमला हो रहा है। मैं उनके चिंतित परिजन के साथ हूं। मैं एक बार फिर भारत सरकार से उन्हें तत्काल निकालने की अपील करता हूं।’’

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि यूक्रेन में स्थिति ऐसी है कि छात्र कड़ाके की ठंड में अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं और दूतावासों तथा मिशनों के बाहर लंबी कतारें हैं जो कथित तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय नागरिक और छात्र बिना किसी मदद और मार्गदर्शन के असहाय हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास इस समस्या से तुरंत निपटने की कोई रूपरेखा नहीं है।’’

सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री से मांग करती है कि वह रूस और यूक्रेन की सरकारों से बात करके मुश्किल परिस्थितियों में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए तुरंत हर संभव प्रयास करें।’’

गांधी द्वारा साझा किए गए वीडियो में, बेंगलुरु की एक छात्रा मेघना ने कहा कि कई लोग हैं जो भारत में विभिन्न स्थानों से यूक्रेन आए हैं। उन्होंने अंधेरे बंकर से एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘हमें भारत सरकार से मदद की ज़रूरत है। हम किसी को, या किसी उच्च अधिकारी या भारत सरकार को हमारी मदद के लिए कदम उठाते हुए नहीं देख रहे हैं। हमारे लिए कोई विशेष उड़ान की व्यवस्था नहीं की गई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बंकर में रह रहे हैं। यह वास्तव में हम सभी के लिए कठिन है। कृपया, आपसे अनुरोध है कि हमें जल्द से जल्द मदद भेजें।’’ उन्होंने यह भी कहा कि दुकानें बंद कर दी गई हैं और वे 24 घंटे से अधिक समय से बंकर में बिना भोजन, पानी और ऐसे स्थान में फंसी हुई हैं जो हवादार नहीं है।

एक अन्य छात्रा रक्षा ने कहा, ‘‘हम अपने भारतीय दूतावास और हमारी भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि कृपया हमारी मदद करें। कृपया सभी भारतीय छात्रों को निकालें।’’ उन्होंने कहा कि देश में 15,000 से अधिक छात्र फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कृपया हमारी मदद करें। हमें मदद चाहिए।’’

वीडियो में कुछ छात्र बंकर में फर्श पर बैठे नजर आ रहे हैं। वीडियो रिशु नाम के एक बच्चे की इस अपील के साथ समाप्त हुआ, जिसमें उसने मेघना को अपनी बहन बताते हुए मदद की अपील की है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे अपने पत्र में, गांधी ने कहा, "यूक्रेन से निकाले जाने की प्रतीक्षा कर रहे भारतीय छात्रों की तत्काल सहायता करने के लिए यह अपील है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं यूक्रेन में होने वाली घटनाओं से उत्पन्न उनकी सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे से बहुत चिंतित हूं।’’ उन्होंने कहा कि कई हजार छात्र वर्तमान में यूक्रेन में अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जिनमें से कई उनके संसदीय क्षेत्र वायनाड, केरल से हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘संघर्ष में तेजी और बढ़ती अनिश्चितता को देखते हुए, भारतीय छात्रों ने भारत सरकार से सख्त मदद मांगी है। इन परिस्थितियों के आलोक में, मैं आपसे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सहायता प्रदान करने और प्राथमिकता के आधार पर उन्हें निकालने के लिए हर संभव उपाय करने का अनुरोध करता हूं।’’

गांधी और उनकी पार्टी सरकार से यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों को निकालने के लिए तेजी से कार्रवाई करने का आग्रह कर रही है। कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि भारत के हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं और स्वदेश लौटने के लिए परेशान हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।

सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ‘‘ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति बनी हुई है कि यूक्रेन में जहां दुनिया की तमाम सरकारें अपने नागरिकों की सुरक्षा को सबसे अधिक तरजीह दे रही हैं, वहीं विश्वगुरु बनने का दम्भ भरने वाली मोदी सरकार ने अपने 20,000 से अधिक नागरिकों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। उनको वहां से सुरक्षित स्वदेश ले आना तो दूर की बात है, आए दिन हमारा विदेश मंत्रालय परस्पर विरोधी परामर्श जारी कर उनकी जान और भी जोखिम में डाल रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पहले तो भारत सरकार ने यूक्रेन में मौजूद भारतीय नागरिकों को समय रहते वहां से सुरक्षित नहीं निकाला और जब युद्ध शुरू हो गया और यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद हो गया तो भारतीय दूतावास द्वारा किसी भी पुख़्ता वैकल्पिक इंतज़ाम के अभाव में भारतीय नागरिक अपने आप से यूक्रेन के पड़ोसी मुल्कों की सीमा तक पहुंचने को मजबूर हो गए, ताकि वो स्वदेश लौट सकें।’’

उनके मुताबिक, बंद बैंकों और एटीएम के कारण आर्थिक रूप से परेशान हमारे लोग जैसे तैसे जब सीमाओं की तरफ़ पहुंचे तो आज फिर परामर्श जारी कर दिया गया कि जो जहां हैं वहीं बना रहे।

सुरजेवाला ने दावा किया, ‘‘आज स्थिति यह है कि बंकरों और भूमिगत मेट्रो स्टेशनों में शरण लिए हुए हमारे लोग जब भारतीय दूतावास से सम्पर्क करना चाह रहे हैं तो ना कोई फ़ोन उठाता है और ना ही कोई अधिकारी उनकी मदद के लिए उपलब्ध है।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिक मोदी सरकार की लापरवाही की प्रताड़ना सह रहे हैं तो ऐसी स्थिति में भी देश के प्रधानमंत्री जी की प्राथमिकता सिर्फ़ चुनाव हैं। देश के नागर विमानन मंत्री (ज्योतिरादित्य सिंधिया) भाजपा के सदस्यता अभियान में व्यस्त हैं। विदेश मंत्री और उनका मंत्रालय मदद करने के बजाय अफरा तफरी को अंजाम देते रहे। मोदी जी के पास इस समस्या से तत्काल निपटने के लिए कोई रूपरेखा नहीं है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री से यह मांग करती है कि वो रूस तथा यूक्रेन की सरकारों से बात करके कठिन परिस्थितियों में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश लाने के लिए तत्काल हर संभव प्रयास करें। ’’

उधर, विदेश मंत्री जयशंकर ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने का कार्य प्रगति पर है और वह स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि रोमानिया से 219 भारतीयों के साथ मुंबई के लिए पहली उड़ान रवाना हो चुकी है। जयशंकर ने ट्वीट किया कि यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने का कार्य प्रगति पर है तथा हमारी टीम 24 घंटे काम कर रही है ।

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