देश की खबरें | राहुल ने भाजपा पर डर व घृणा फैलाने का आरोप लगाया

शेगांव (महाराष्ट्र), 18 नवंबर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) डर, घृणा और हिंसा फैला रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश इन परिस्थितियों में प्रगति नहीं कर सकता है।

राहुल गांधी ने कहा कि घृणा से कभी भी देश को लाभ नहीं होगा और जो लोग निजी जीवन में हिंसा का सामना करते हैं, वे निर्भीक हैं और वे कभी भी दूसरों को चोट नहीं पहुंचाएंगे और न ही समाज में दुर्भावना फैलाएंगे।

राहुल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के महाराष्ट्र में 12 दिन पूरे हो गए।

राहुल अपनी यात्रा के तहत, महाराष्ट्र के बुल्ढाणा जिले के शेगांव में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने संत गजानन महाराज मंदिर के दर्शन किए।

कांग्रेस नेता ने हालांकि, अपने भाषण में स्वतंत्रता सेनानी वीडी सावरकर का कोई उल्लेख नहीं किया।

पिछले दिनों, सावरकर के बारे में कांग्रेस नेता की आलोचनात्मक टिप्पणी को लेकर विवाद पैदा हो गया था।

महाराष्ट्र को राष्ट्रीय नायक पैदा करने वाली धरती बताते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज, डॉ बी आर आंबेडकर, महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले और शाहू महाराज ने एकता और भाईचारा सिखाया था एवं भारत जोड़ो यात्रा उनके आदर्शों को आगे बढ़ा रही है।

राहुल गांधी ने भाजपा पर भय, घृणा व हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए आगाह किया कि देश कभी भी कटुता से भरे माहौल में प्रगति नहीं करेगा।

उन्होंने कहा, ''किसान कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और फसल बीमा भुगतान की कमी के कारण भयभीत हैं, जबकि युवाओं के बीच रोजगार के अवसरों की कमी का डर है। भाजपा इस डर को नफरत और हिंसा में बदल रही है।’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि महाराष्ट्र में किसान अपनी उपज की कम कीमत मिलने और पर्याप्त बीमा सुरक्षा नहीं होने के कारण आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "किसानों के पास पूछने के लिए केवल एक ही चीज है - उनका 50,000 रुपये या एक लाख रुपये का कर्ज क्यों नहीं माफ किया जा रहा है, वहीं अमीरों के कर्ज माफ किए जा रहे हैं।"

राहुल गांधी ने कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस नीत संप्रग सरकार सत्ता में थी, तब सरकार ने विदर्भ के किसानों को वित्तीय पैकेज दिया था। विदर्भ क्षेत्र में किसानों द्वारा आत्महत्या करने की कई खबरें आती रही हैं।

उन्होंने कहा, "अगर आप प्यार और स्नेह से लोगों की समस्याओं को सुनते हैं, तो डर नहीं रह जाता है। अगर कोई मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री किसानों की पीड़ा को करुणा और प्रेम से सुनते हैं, तो कोई भी किसान आत्महत्या नहीं करेगा।"

कांग्रेस सांसद ने दिन में एक सैनिक से मुलाकात की थी, जिन्होंने अपने दोनों पैर और एक हाथ खो दिया था। राहुल गांधी ने उस मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि सैनिक ने उन्हें बताया कि घायल होने के बाद वह महीनों तक अस्पताल में थे।

राहुल गांधी ने कहा, "जब मैंने पूछा कि क्या उन्हें किसी से नफरत है, तो उन्होंने जवाब दिया कि उन्हें किसी से नफरत नहीं है। उन्होंने फैसला किया है कि उन्हें नया जीवन मिला है...।’

केरल से लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की मां जीजाबाई को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने महान मराठा योद्धा शासक के जीवन को आकार देने में अहम भूमिका निभाई।

महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने कांग्रेस नेता के साथ मंच साझा किया और कहा कि जो लोग यात्रा की आलोचना करते हैं और देश को एकजुट करने के इसके उद्देश्य पर सवाल उठाते हैं, वे वास्तव में इसके विभाजन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

तुषार गांधी ने कहा, ''वास्तव में ऐसे लोग चाहते हैं कि विभाजन होना चाहिए। सच्चे देशभक्त वे होते हैं, जो महसूस करते हैं कि कुछ गलत हो रहा है और वे इसमें सुधार सुनिश्चित करने के लिए कुछ करते हैं।’’

रैली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता राजेश टोपे, राजेंद्र शिंगने, फौजिया खान, अरुण गुजराती और एकनाथ खडसे के अलावा शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के स्थानीय नेताओं ने भी भाग लिया।

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