चंडीगढ़, एक जुलाई पंजाब के डीजीपी वी. के. भावरा ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति मांगने के बाद दो महीने की छुट्टी के लिए आवेदन किया है।
सूत्रों ने यहां बताया कि 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी भावरा ने खुद को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजने का अनुरोध किया है।
राज्य में कथित रूप से बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार पर प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के हमलों के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है।
हाल ही में हुए संगरूर लोकसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की हार और गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को कानून-व्यवस्था की समस्या बताया गया था।
मोहाली में राज्य पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट से ग्रेनेड हमले और जालंधर में एक कबड्डी खिलाड़ी की हत्या सहित कई घटनाओं को लेकर भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार को विपक्षी दलों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
भावरा के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की मांग के साथ ही पंजाब पुलिस प्रमुख के पद के लिए डीजीपी (जेल) हरप्रीत सिंह सिद्धू और डीजीपी (प्रशासन) गौरव यादव का नाम सामने आ रहा है।
भावरा को इस साल जनवरी में डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के स्थान पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया गया था। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले उन्हें नियुक्त किया गया था।
भावरा को पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा चुने गए तीन अधिकारियों के पैनल से चुना था। पैनल में अन्य दो अधिकारी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी दिनकर गुप्ता और प्रबोध कुमार थे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)