देश की खबरें | दिल्ली के स्कूलों में उल्लेखनीय सुधार देखने आएंगे पंजाब के मुख्यमंत्री : केजरीवाल

नयी दिल्ली, 14 अप्रैल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि पंजाब के उनके समकक्ष भगवंत मान अपने स्टाफ के साथ सोमवार को दिल्ली के सरकारी स्कूलों का दौरा करेंगे ताकि वे स्कूलों में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के ‘‘उल्लेखनीय सुधारों’’ को देख सकें।

उनकी यह टिप्पणी तब आयी है जब विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि पंजाब सरकार दिल्ली से ‘‘रिमोट कंट्रोल’’ के जरिए चलायी जा रही है। इससे पहले केजरीवाल ने मान की गैर-मौजूदगी में पंजाब के शीर्ष नौकरशाहों के साथ राष्ट्रीय राजधानी में मुलाकात की थी।

यहां त्यागराज स्टेडियम में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने सरकारी स्कूलों में इतना सुधार किया है कि दुनियाभर के लोग इन ‘‘उल्लेखनीय बदलावों’’ को देखने आ रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप भारत की यात्रा के दौरान दिल्ली सरकार के स्कूल देखने आयी थीं। यह हमारे लिए गर्व की बात है।’’

उन्होंने कहा कि अभी हाल में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन दिल्ली सरकार के स्कूल देखने आए थे।

केजरीवाल ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, ‘‘सोमवार 18 अप्रैल को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने कई अधिकारियों के साथ हमारे सरकारी स्कूलों को देखने आएंगे। वे यह देखने आ रहे हैं कि ऐसे सुधार किस प्रकार किए गए क्योंकि उन्हें भी पंजाब में ऐसा ही करना है।’’

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने अपने स्कूलों का स्तर इतना सुधारा है कि निजी स्कूलों के 3.75 लाख छात्रों ने सरकारी स्कूलों में दाखिला लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले पांच वर्षों में हमने सरकारी स्कूलों के स्तर में इतना सुधार किया है कि अब न्यायाधीश, आईएएस अधिकारी और एक रिक्शा चालक के बच्चे एक ही बेंच पर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं।’’

आम आदमी पार्टी के संयोजक ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व में नेताओं और राजनीतिक दलों ने दलित बच्चों को अशिक्षित रखकर उनके खिलाफ ‘‘जानबूझकर साजिश’’ रची।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे नेताओं ने दलितों और गरीबों के खिलाफ साजिश रची। गरीब बच्चों को अशिक्षित रखने के लिए साजिश रची गयी। गरीबों को जानबूझकर अच्छी शिक्षा नहीं दी गयी। लेकिन जब हम सत्ता में आए तो हमने सरकारी स्कूलों के स्तर में सुधार किया।’’

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