श्रीनगर, दो अप्रैल जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में शुक्रवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन आंतकवादी मारे गए। इनमें से दो आतंकवादी भाजपा नेता के घर पर बृहस्पतिवार को हुए हमले में शामिल थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ शुक्रवार सुबह उस वक्त शुरू हुई जब दक्षिण कश्मीर जिले के काकापोरा इलाके के घाट मोहल्ला में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाश अभियान चलाया।
उन्होंने बताया कि तलाश अभियान के दौरान आंतकवादियों ने पुलिस बल पर गोलीबारी की, जिसके बाद बल ने भी जवाबी कार्रवाई की।
अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में तीन आतंकावादी मारे गए।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों में दो बृहस्पतिवार को भाजपा नेता अनवर अहमद के नौगाम स्थित आवास पर हुए हमले में शामिल थे।
इस हमले में पुलिस कर्मी रमीज राजा शहीद हो गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि मारे गए दोनों आतंकी अहमद के घर पर हमला करने वाले चार आतंकियों के समूह में शामिल थे। अन्य दो की तलाश जारी है।
कुमार ने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा और अल-बद्र के चार आतंकवादियों ने नौगाम में हमला किया था और पुलिस कर्मी राजा की एसएलआर राइफल छीन ली थी, जो घाटा मोहल्ला में मुठभेड़ स्थल से बरामद हुई है।
आईजीपी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सुरक्षा बलों ने 24 घंटे से कम समय में मामला सुलझा लिया।
कुमार ने बताया कि पुलिस ने अहमद के घर पर हमला करने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ पुलिस ने एक सूचना के आधार पर ‘ओवर ग्राउंड वर्कर’ (ओजीडब्ल्यू) इश्फाक अहमद को गिरफ्तार किया, जिसने दो और लोगों के बारे में जानकारी दी। हमने उन दोनों को भी गिरफ्तार किया । पूछताछ करने पर, हमें पता चला कि तीन आतंकवादी घाट मोहल्ला में छिपे हैं। सुबह करीब चार बजकर 35 मिनट पर इलाके की घेराबंदी की गई और फिर गोलीबारी शुरू हुई।’’
आईजीपी ने बताया कि आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण करने से मना कर दिया था और चार से पांच नागरिकों के बंधक बना लिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए अभियान लंबा चला। हमने पहले बंधकों को बचाया और फिर मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें तीन आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकवादियों की पहचान पुलवामा के ख्रीव इलाके के सुहैल निसार लोन और यासिर वाणी और पुलवामा के परीचू इलाके के जुनैद अहमद के तौर पर हुई है। तीन में से दो इस साल फरवरी और एक अन्य मार्च में आतंकवादी संगठन में शामिल हुआ था।
कुमार ने बताया कि इन तीनों में दो बृहस्पतिवार को नौगाम में हुए हमले में शामिल थे। इस हमले में शामिल अन्य दो आतंकवादी श्रीनगर से हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ लोन ने ही बृहस्पतिवार को हमले के समय बुर्का पहन रखा था। दोनों अल-बद्र संगठन से जुड़े थे। हमें एक एके-47 राइफल, एक पिस्तौल और एक एसएलआर राइफल इनके पास से बरामद हुई है। यह वहीं एसएलआर राइफल है, जो यह नौगाम हमले के दौरान छीनकर भाग गए थे, जिससे यह साबित होता है कि ये कल हुए हमले में शामिल थे।’’
उन्होंने बताया कि नौगाम हमले में शामिल दो अन्य आतंकवादियों की तलाश जारी है। वे लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी हैं और उनका नाता श्रीनगर से है।
उन्होंने कहा, ‘‘ श्रीनगर के इन दोनों आतंकवादियों का पता लगाने की कोशिश जारी है। हम इन्हें जल्द पकड़ लेंगे।’’
आईजीपी ने बताया कि हमले में इस्तेमाल किए गए वाहन को भी जब्त कर लिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ आज मुठभेड़ स्थल के पास से यह वाहन बरामद किया गया। वह एक मकान मालिक का वाहन है। हम उसे यूएपीए के तहत गिरफ्तार करेंगे।’’
कुमार ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान एक महिला के पैर में गोली लग गई और तीन अन्य नागरिक भी घायल हुए हैं। ‘‘सभी की हालत स्थिर है।’’
श्रीनगर में कितने आतंकवादी सक्रिय हैं, पूछे जाने पर आईजीपी ने बताया कि नौगाम हमले में वांछित आतंकवादियों सहित छह यहां सक्रिय हैं।
कुमार ने कहा, ‘‘ हम मिली जानकारियों के आधार पर काम कर रहे हैं और जल्द उन्हें या तो गिरफ्तार किया जाएगा, या मार गिराया जाएगा या वापस लाया जाएा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम श्रीनगर की स्थिति बदतर नहीं होने देंगे।’’
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