जयपुर: राजस्थान के डूंगरपुर जिले के एक सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक को नौ से 12 साल की उम्र की छह छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि शनिवार को गिरफ्तार किए गए प्रधानाध्यापक रमेश चंद्र कटारा को जिला अदालत ने एक दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है. उन्होंने बताया कि आरोपी प्रधानाध्यापक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) के विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.
इस घटना के बाद भाजपा ने प्रदेश में ''बिगड़ती'' कानून व्यवस्था और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को राज्य सरकार पर लेकर निशाना साधा. भाजपा सांसद दीया कुमारी, और जसकोर मीणा ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. Andhra Pradesh Shocker: आंध्र प्रदेश में मंदिर में ट्रक की टक्कर से 3 लोगों की मौत, पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
दीया कुमारी ने कहा, ‘‘आज फिर से राजस्थान को शर्मसार होना पड़ा डूंगरपुर में छह बच्चियां से एक साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई जिसमे प्रिंसिपल लगातार बच्चियों के साथ दुष्कर्म कर रहा है.’’ सांसद जसकोर मीणा ने कहा, ‘‘डूंगरपुर में हुई घटना के आरोपी प्रिंसिपल को कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए. किसी भी अपराधी के ऊपर कानून का डंडा नहीं चला इस कारण अपराधी निर्भीक और निडर होकर होकर दुष्कर्म की घटनाएं करते हैं आज राजस्थान का आलम यह है कि अपराधियों में विश्वास आमजन में भय.’’
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया है, ‘‘बेटियों के सामने हमारे सर शर्म से झुके हैं क्योंकि शिक्षा के मंदिर स्कूल तक में हैवान पसरे हैं. राज्य सरकार ने कभी दुष्कर्म की घटनाओं को बेटियों की नज़र से देखने की कोशिश नहीं की, उल्टे रेप (बलात्कार) को मर्दानगी से जोड़कर सदन में ठहाके लगाती रही.’’
पुलिस अधीक्षक (डूंगरपुर) कुंदन कवरिया ने कहा कि पीड़ित लड़कियों ने 31 मई को पुलिस को मामले की सूचना दी. छात्रों ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि कटारा ने उन्हें गर्मी की छुट्टी के दौरान भी पाठ्येतर गतिविधियों के बहाने स्कूल बुलाया और उनके साथ बलात्कार किया.
पीड़ित परिवार के सदस्यों ने भी जिला कलेक्टर से मुलाकात की और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. हालांकि पुलिस ने आरोपी को शनिवार शाम को गिरफ्तार कर लिया था. उन्होंने बताया कि पीड़ित लड़कियां कक्षा चौथी, पांचवी और छठी की छात्राएं है और नौ से 12 वर्ष आयु वर्ग की है. मामले की जांच कर रहे पुलिस उपाधीक्षक राकेश शर्मा ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि आरोपी ने छात्राओं के साथ बलात्कार किया और उन्हें अपने एक नवनिर्मित घर में भी ले गया. उन्होंने कहा कि पीड़ितों का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और उनके बयान दर्ज किए गए हैं.
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