देश की खबरें | प्रधानमंत्री को गुजरात के इतिहास और सत्य को धूमिल करने का प्रयास नहीं करना चाहिए: कांग्रेस

नयी दिल्ली, 27 सितंबर गुजरात के विकास में कथित तौर पर अवरोध पैदा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पूर्व की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर निशाना साधे जाने के बाद कांग्रेस ने बुधवार को पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को गुजरात के इतिहास एवं सच्चाई को धूमिल करने का प्रयास नहीं करना चाहिए।

पार्टी नेता गौरव गोगोई ने यह भी कहा कि गुजरात के तटों के जरिये व्यापार होने का एक लंबा इतिहास है, लेकिन ‘प्रधानमंत्री खुद में इतने मग्न हैं’ कि उन्हें कुछ दिखाई नहीं देता।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन’ के 20 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि यह आयोजन ऐसे समय में सफल हुआ था जब तत्कालीन केंद्र सरकार (पूर्ववर्ती संप्रग सरकार) राज्य की औद्योगिक प्रगति के प्रति 'उदासीन' थी।

उन्होंने दावा किया कि संप्रग सरकार के तत्कालीन मंत्री शिखर सम्मेलन में शामिल होने से इनकार कर देते थे, यहां तक कि विदेशी निवेशकों को भी गुजरात नहीं जाने की धमकी दी गई।

प्रधानमंत्री के इस बयान के बारे में पूछे जाने पर गोगोई ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया, ‘‘ अफसोस की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी खुद में इतना मग्न हैं कि उन्हें अपने अलावा कुछ नहीं दिखता और कुछ याद नहीं आता...मोदी जी खुद के मोहजाल में फंसे हुए हैं, उसी का यह प्रमाण है।’’

गोगोई ने कहा, ‘‘गुजरात के सबसे बड़े ब्रांड अंबेसडर महात्मा गांधी थे जिन्होंने पूरी दुनिया को सत्य के रास्ते पर चलने का साहस दिया। पूरी दुनिया गुजरात और पोरबंदर को जानती है।

उनके मुताबिक, ‘‘गुजरात समुद्र के तट पर हैं, गुजरात के लोग हमेशा समुद्री रास्ते का इस्तेमाल करते हुए अपना कारोबार पूरी दुनिया में करते थे। इतिहास में जाइए तो पता चलेगा कि दुनिया भर का सामान गुजरात के तट पर आता था और भारत का समान गुजरात के तट के जरिये पूरी दुनिया में जाता था।’’

गोगोई ने कहा, ‘‘मोदी जी, आप गुजरात के इतिहास और सच्चाई को धूमिल करने की कोशिश मत करिये।’’

हक

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