देश की खबरें | प्रधानमंत्री मोदी 16 सितंबर को अहमदाबाद में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे: पाटिल

अहमदाबाद, तीन सितंबर प्रधानमंत्री के रूप में जून में तीसरी बार सत्ता संभालने के बाद नरेन्द्र मोदी अपने पहले गुजरात दौरे के दौरान 16 सितंबर को अहमदाबाद में एक कार्यक्रम में लगभग एक लाख भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की घोषणा करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गुजरात इकाई के अध्यक्ष और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा कि कार्यकर्ताओं को उस निराशा से बाहर आने की जरूरत है जो हाल के लोकसभा चुनाव में उम्मीद के अनुरूप परिणाम न आने के बाद से व्याप्त है।

पाटिल ने कहा कि जून में लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद देश में ‘‘निराशा का माहौल’’ व्याप्त हो गया क्योंकि भाजपा को उम्मीद से कम सीट (240) मिलीं।

वह पार्टी के राष्ट्रव्यापी सदस्यता अभियान के तहत अहमदाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा नेताओं को संबोधित कर रहे थे।

पाटिल ने कहा, ‘‘हमें निराशा के इस माहौल से बाहर आने की जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी 15 और 16 सितंबर को गुजरात दौरे पर होंगे। पहले दिन वह पालनपुर जिले के डीसा शहर में एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। दूसरे दिन वह गांधीनगर में महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर में एक सरकारी कार्यक्रम और मेट्रो सेवा से संबंधित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे।’’

हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री पहले महात्मा मंदिर में 16 सितंबर को वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन एवं प्रदर्शनी (री-इन्वेस्ट) के चौथे संस्करण का उद्घाटन करेंगे और फिर अहमदाबाद को गांधीनगर से जोड़ने वाली मेट्रो ट्रेन सेवा के दूसरे चरण का उद्घाटन करेंगे।

पाटिल ने कहा, ‘‘16 सितंबर की शाम को, एक लाख भाजपा कार्यकर्ता शहर के जीएमडीसी मैदान में प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए एकत्र होंगे जो तीसरी बार सत्ता संभालने के बाद पहली बार अपने गृह राज्य गुजरात का दौरा करेंगे। इस कार्यक्रम के माध्यम से, हम हमारे संगठन की ताकत का प्रदर्शन करेंगे और देश को एक संदेश देंगे।’’

इस अवसर पर, जल शक्ति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अगले कुछ महीनों के दौरान 20 नदियों को जोड़ने वाली एक परियोजना शुरू होगी।

पाटिल ने कहा कि बड़े बांधों के निर्माण के बजाय भूजल पुनर्भरण के लिए प्रयास करना अधिक उचित है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)