श्रीनगर, 15 अक्टूबर तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के 2019 में निरस्त होने के बाद पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस की जीत के बाद उमर अब्दुल्ला के केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने की तैयारियां पूरी हो गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद के सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पूर्वाह्न 11:30 बजे पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
अधिकारियों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह स्थल के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया, ‘‘सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, क्योंकि इस कार्यक्रम में कई अति विशिष्ट हस्तियां (वीवीआईपी) शामिल होंगी। हम कार्यक्रम का सुचारू संचालन सुनिश्चित करेंगे।’’
शपथ समारोह में शामिल होने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के घटकों को निमंत्रण भेजा गया है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के कश्मीर प्रांतीय अध्यक्ष नासिर असलम वानी ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि समारोह में कौन-कौन शामिल होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘वीवीआईपी मेहमानों द्वारा पुष्टि किए जाने के बाद आज शाम को स्थिति स्पष्ट होगी।’’
सिन्हा ने सोमवार को नेकां के उपाध्यक्ष उमर को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद पर शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया। उप राज्यपाल ने यह न्योता केंद्र शासित प्रदेश से केंद्र द्वारा राष्ट्रपति शासन हटाए जाने के एक दिन बाद दिया गया।
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