नयी दिल्ली, 17 दिसंबर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के दौरान बीरभूम जिले के जात्रा में भीड़ के हमले के संबंध में एक मामला दर्ज किया है, जिसमें राज्य पुलिस ने कथित तौर पर प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया था। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
सीबीआई का यह कदम कलकत्ता उच्च न्यायालय के 19 अगस्त के आदेश पर आया, जिसमें एजेंसी को राज्य में विधानसभा चुनावों के बाद हिंसा के मामलों की जांच संभालने का निर्देश दिया गया था। सीबीआई अब तक ऐसे 49 मामलों को अपने हाथ में ले चुकी है।
एजेंसी ने आरोप लगाया है कि 25 लोगों की भीड़ ने अन्य के साथ मिलकर जात्रा के एक निवासी पर 2 मई को उस वक्त रिवॉल्वर, लोहे के रॉड, चाकू, आदि से हमला किया, जब विधानसभा चुनाव की मतगणना चल रही थी।
सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी ने कहा, ‘‘साथ ही यह भी आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने शिकायतकर्ता को डंडे से बुरी तरह पीटा और एक आरोपी ने शिकायतकर्ता की पत्नी को पकड़ लिया और उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास किया। यह भी आरोप है कि शिकायतकर्ता की पत्नी ने अपनी आबरू बचाने के लिए आत्मदाह करने के लिए खुद पर मिट्टी का तेल डाला।’’
जोशी ने कहा कि बीरभूम जिले के सदलपुर पुलिस थाने में कथित तौर पर मामला दर्ज नहीं किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘पीड़िता के परिवार ने अपना घर छोड़ दिया और अपने रिश्तेदारों के यहां शरण ली। सीबीआई ने अब तक पश्चिम बंगाल में हिंसा और अन्य अपराधों से संबंधित घटनाओं में 49 मामले दर्ज किए हैं।’’
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