जयपुर, 13 अक्टूबर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए 'कोरोना (Coronavirus) के विरूद्ध जन आन्दोलन' तथा 'नो मास्क, नो एन्ट्री' अभियान का आमजन में सकारात्मक असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने भी इस अभियान की सराहना करते हुए कोरोना प्रबंधन के हमारे प्रयासों को सराहा है. केन्द्र सरकार ने अन्य राज्यों से भी अपेक्षा की है कि वे भी ऐसे अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करें. गहलोत मंगलवार को राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमण की स्थिति और जन आन्दोलन की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे.
उन्होंने त्योहारी मौसम में कोरोना वायरस से संक्रमण को नियंत्रण में रखने के लिए स्वास्थ्य नियमों की पूरी तरह से पालना सुनिश्चित करने तथा आगामी स्थानीय निकाय चुनावों को देखते हुए राज्य चुनाव आयोग के निर्देशानुसार सामाजिक दूरी रखने के निर्देश दिए. गहलोत ने आगामी नवम्बर माह में संक्रमित मामलें बढ़ने की आशंका को देखते हुए अभी से ही समुचित तैयारियां करने के निर्देश दिए.
उन्होंने पिछले छह माह से अधिक समय से लगातार काम कर रहे चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की सेवाओं की सराहना की और कहा कि उनके सहयोग के लिए श्वसन एवं मेडिसिन के अलावा अन्य विशेषज्ञता वाले चिकित्सकों की भी सेवाएं ली जाएं. उन्होंने स्वास्थ्य शासन सचिव को निर्देश दिए कि कोविड-19 महामारी के विरूद्ध जन आन्दोलन की गति धीमी नहीं हो यह सुनिश्चित किया जाए.
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