शारजाह, 28 सितंबर किंग्स इलेवन पंजाब के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग के शुरुआती तीन मैचों में से दो में मिली करीबी हार के बाद भी टीम में सकारात्मक माहौल है और ऐसी चीजें (करीबी हार) लंबे समय तक नहीं चलेगी।
टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले अग्रवाल के लिए आईपीएल का यह सत्र अब तब अच्छा रहा है जिसमें रविवार को उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ शतकीय पारी खेली।
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सत्र के अपने पहले मैच में सुपर ओवर में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ शिकस्त झेलने के बाद टीम को करीबी मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स से भी हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में दस चौके और सात छक्कों की मदद से 50 गेंदों पर 106 रन बनाने वाल अग्रवाल ने कहा कि हार के बाद भी टीम में सकारात्कम माहौल है।
कर्नाटक के इस बल्लेबाज ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ ईमानदारी से कहूं तो ड्रेसिंग रूम में बहुत सकारात्मक माहौल है। हमारे पास अभी 11 मैच है, हम बहुत सारी चीजों में सही कर रहे है। हां, करीबी मुकाबलों को अपने पक्ष में करने में नाकाम रहे है, लेकिन हमारा ध्यान नतीजों पर नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम जिस तरह की क्रिकेट खेल रहे है, उससे खुश है।’’
विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल को अतिम 11 से बाहर रखना हमेशा मुश्किल फैसला होता है लेकिन अग्रवाल को इस बात की खशी है कि वह कप्तान लोकेश राहुल के साथ टीम को शानदार शुरूआत दिला रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आईपीएल शुरु होने से पहले टीम प्रबंधन ने इस बारे में काफी सोच विचार किया है। हम जिस तरह से खेल रहे है और हमें जैसी शुरुआत मिल रही है उससे हम खुश है। यह कोच और कप्तान पर है कि वह क्या फैसला करते है।’’
इस मैच में किंग्स इलेवन ने मयंक अग्रवाल (106) के शतक से दो विकेट पर 223 रन बनाये लेकिन रॉयल्स ने छह विकेट पर 226 रन बनाकर आईपीएल में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकार्ड बना दिया। उसकी जीत के नायक संजू सैमसन (85) और राहुल तेवतिया (53) रहे। तेवतिया ने शेल्डन कोटरेल के एक ओवर में पांच छक्के लगाकर मैच का पासा पलटा।
मैन ऑफ द मैच सैमसन ने तेवतिया का तारीफ करते हुए कहा, ‘‘ यह तेवतिया की बहुत बहादुर पारी थी। उसने कभी हार नहीं मानी। मैं देख सकता था कि वह (उनकी साझेदारी के दौरान) गेंद से संपर्क नहीं कर पा रहा था, लेकिन उसने हार नहीं मानी और उसके पास एक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी की ओवर में 30 रन बनाने की क्षमता है। वह टूर्नामेंट में हमारे लिये काफी अहम होगा।’’
इस लेग स्पिनर को बल्लेबाजी करने के लिए पहले भेजना चौकाने वाला फैसला था। सैमसन ने कहा कि यह कोच और टीम के निदेशक की सोच का नतीजा था।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह हमारे कोच एंड्रयू मैकडोनल्ड और जुबिन (क्रिकेट निदेशक) की सोच थी। उन्होंने तेवतिया पर काफी मेहनत की है। मैं समझता था कि वह पूर्ण लेग स्पिनर है लेकिन टीम प्रबंधन ने अभ्यास मैच में उसकी बल्लेबाजी काबिलियत को परखा था।’’
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