मुख्तार अब्बास नकवी बोले, 'जनसंख्या विस्फोट मजहब की नहीं, मुल्क की मुसीबत, इसे जाति-धर्म से जोड़ना ठीक नहीं'
पूर्व केंद्रीय मंत्री व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि जनसंख्या नियंत्रण किसी जाति या समुदाय के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक चुनौती है और सभी को मिल कर इसका समाधान निकालना होगा.
नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री व भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने मंगलवार को कहा कि जनसंख्या नियंत्रण किसी जाति या समुदाय के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक चुनौती है और सभी को मिल कर इसका समाधान निकालना होगा. अपने आवास पर यहां पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा, ‘‘जनसंख्या विस्फोट मजहब की नहीं, मुल्क की मुसीबत है। मजहब को सुरक्षा कवच बनाकर इस मुसीबत को और बढ़ाना ना देश के हित में है और ना ही समाज के हित में. पूर्व केंद्रीय मंत्री संयुक्त राष्ट्र संघ की उस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें अनुमान लगाया गया है कि वर्ष 2023 में भारत दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा.
नकवी ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट को कोई भी देश या व्यवस्था ना तो नजरअंदाज कर सकती है और ना ही उसे बर्दाश्त कर सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘जनसंख्या नियंत्रण जाति व समुदाय के लिए नहीं बल्कि देश के लिए एक चुनौती है और हम सब को मिल कर इसके समाधान का रास्ता चुनना होगा. यह भी पढ़े: सीएम योगी के जनसंख्या वाले बयान पर AIMIM प्रमुख ओवैसी ने उठाए सवाल, पूछा- क्या मुसलमान भारत के मूल निवासी नहीं हैं?
दुनिया के तमाम देशों द्वारा जनसंख्या नियंत्रण के प्रभावी उपायों के सकारात्मक परिणाम आये हैं. उन देशों के लोगों द्वारा जनसंख्या नियंत्रण में सरकारों और व्यवस्था को पूरा साथ दिया गया है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग ‘‘अल्लाह की मेहरबानी के बहाने, अनलिमिटेड परेशानी के ठिकाने बनाना चाहते हैं’’.
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