पोप ने आग्रह किया कि ''शहरों के कब्रिस्तान में तब्दील'' होने से पहले तत्काल युद्ध को रोका जाना चाहिए।
यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद से रविवार को पोप ने बेहद कड़े शब्दों में इसकी निंदा की।
सेंट पीटर्स स्क्वायर में रविवार को एकत्र करीब 25,000 लोगों को संबोधित करते हुए पोप ने कहा, '' मैं कहता हूं कि ईश्वर के नाम पर इस नरसंहार को रोक दो।''
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अंतालिया: तुर्की के विदेश मंत्री ने रविवार को कहा कि उनका देश यूक्रेन में फंसे अपने उन नागरिकों को निकालने का प्रयास कर रहा है, जोकि मारियुपोल की एक मस्जिद में ठहरे हुए थे।
रूसी हमले में शनिवार को मारियुपोल की एक मस्जिद को निशाना बनाया गया था, जिसमें 34 बच्चों समेत 89 तुर्की नागरिकों ने शरण ली हुई थी।
मंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से बात की और उनसे मारियुपोल में फंसे तुर्की नागरिकों के लिए सुरक्षित गलियारा उपलब्ध कराने में मदद मांगी ताकि इन लोगों को वहां से निकाला जा सके।
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ल्वीव: पश्चिमी यूक्रेन में स्थित सैन्य प्रशिक्षण अड्डे पर हुए रूसी हवाई हमले में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई जबकि 57 अन्य घायल हुए हैं। एक स्थानीय अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
इस रूसी हमले से युद्ध पोलैंड सीमा के करीब तक पहुंच गया है। इससे पहले रूस के एक वरिष्ठ राजनयिक ने चेताया था कि विदेशों से यूक्रेन को मिलने वाले सैन्य साजो-सामान को मॉस्को निशाना बनाएगा।
ल्वीव प्रांत के गवर्नर मक्सिम कोजित्स्काई ने कहा कि रूसी बलों ने ल्वीव शहर के उत्तर-पश्चिम में 30 किलोमीटर दूर स्थित यावोरिव सैन्य ठिकाने पर कम से कम 30 क्रूज मिसाइल दागीं। ये सैन्य अड्डा पोलैंड सीमा से 35 किलोमीटर दूर यूक्रेनी क्षेत्र में स्थित है।
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सुसेआवा (रोमानिया) रूसी बमबारी के बाद बुरी तरह प्रभावित हुए उत्तरी यूक्रेन के चेर्निहिव शहर से अपने 10 वर्षीय बेटे के साथ किसी तरह रोमानिया पहुंची एक विधवा ने वहां का मंजर बयां किया।
एलेना युरचुक (44) चेर्निहिव के एक अस्पताल में बतौर नर्स काम करती थीं जोकि बमबारी में तबाह हो चुका है। उन्होंने मौजूदा चेर्निहिव को ''भूतों का शहर करार देते हुए कहा कि जब वह शहर छोड़कर निकलीं तो वहां बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो चुकी थी।
ऐलना ने कहा, '' हमारा शहर घेरा जा चुका था और हम बेहद मुश्किल से निकल पाए।''
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ल्वीव: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को कहा कि रूस उनके देश को तोड़ने के लिए यूक्रेन में नया ‘‘छद्म गणराज्य’’ बनाने की कोशिश कर रहा है।
जेलेंस्की ने शनिवार रात को देश के नाम अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने खेरसन सहित यूक्रेन के क्षेत्रों से अपील की कि वे दोनेत्स्क और लुहांस्क में जो हुआ, उसे दोबारा होने नहीं दें। खेरसन पर रूसी बलों ने कब्जा कर लिया है। रूस समर्थक अलगाववादियों ने 2014 में पूर्वी क्षेत्रों दोनेत्स्क और लुहांस्क में यूक्रेनी सेना से लड़ाई शुरू की थी।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा,‘‘ खेरसन क्षेत्र पर कब्जा करने वाले छद्म गणराज्य का गठन करके हमें वही दुखद अनुभव कराने की कोशिश कर रहे हैं। वे स्थानीय नेताओं को ब्लैकमेल कर रहे हैं, दबाव बना रहे हैं...।’’
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जाहोनी, हंगरी - हंगरी में शरणार्थी के रूप में लगभग तीन सप्ताह बिताने के बाद क्लारा उलिगानिच यूक्रेन लौट रही हैं। उन्होंने कहा कि वह यूक्रेन के पश्चिमी शहर उझहोरोड स्थित अपने घर लौटेंगी।
हंगरी के सीमावर्ती शहर जाहोनी में एक रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहीं उलिगानिच ने कहा, ‘‘मेरे लिए भावनाओं को शब्दों में व्यक्त करना मुश्किल है। मैं वहां पैदा हुई। वह मेरा घर है।’’
उन्होंने कहा कि उनका परिवार नहीं चाहता था कि वह लौटकर आएं,लेकिन वह ऐसा करने के लिए कृत संकल्प थीं।
करीब एक करोड़ लोगों की आबादी वाले देश हंगरी में शनिवार तक करीब 2,35,000 शरणार्थी पहुंच चुके हैं। हंगरी में पोलैंड के बाद सर्वाधिक संख्या में शरणार्थी पहुंचे हैं। पोलैंड में यूक्रेन से 15 लाख शरणार्थी पहुंचे हैं।
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कीव, यूक्रेन- शरणार्थियों के काफिले पर रूसी गोलाबारी में एक बच्चे सहित यूक्रेन के सात लोगों की मौत हो गयी। हमले के बाद यह काफिला वापस लौटने के लिए मजबूर हो गया। क्रेन के रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
एक खबर के अनुसार, ये सात लोग राजधानी कीव के उत्तर पूर्व में 20 किलोमीटर दूर पेरेमोहा गांव से जान बचा कर भाग रहे सैंकडों लोगों के काफिले में शामिल थे। इस गोलाबारी में लोग घायल भी हुए हैं।
रूस ने कहा है कि वह संघर्ष क्षेत्रों के बाहर मानवीय गलियारा बनाएगा, लेकिन यूक्रेनी अधिकारियों ने रूस पर उन मार्गों को बाधित करने और आम नागरिकों पर गोलियां चलाने का आरोप लगाया है।
यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरिना वेरेशचुक ने शनिवार को कहा कि ऐसे 14 गलियारों पर सहमति बनी थी लेकिन शनिवार को केवल नौ गलियारे खोले गए और इनके जरिए देश भर से 13 हजार लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के अनुसार, देश पर 17 दिन पहले हुए रूसी आक्रमण के बाद से अब तक कम से कम 25 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं।
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वारसॉ, पोलैंड- यूक्रेन की यूलिया कालाचेमकोव वारसॉ में अपने बच्चों के साथ एक शरणार्थी शिविर में रह रही है। कालाचेमकोव उन लोगों में शामिल हैं, जो यूक्रेन में युद्ध के बाद देश छोड़कर गए हैं।
कालाचेमकोव की छोटी बेटी को मिर्गी के दौरे पड़ने की शिकायत है और उसका 11 वर्षीय बेटा निकिता ऑटिस्टिक (संवाद करने की क्षमता को प्रभावित करने वाला विकार) है। उसका हाल में पैर का ऑपरेशन हुआ था। कालाचेमकोव ने कहा कि स्वदेश छोड़कर पोलैंड की राजधानी आना उनके लिए बहुत संघर्षपूर्ण था।
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यूक्रेन के पूर्व पेशेवर टेनिस खिलाड़ी सर्गेई स्ताखोवस्की अपनी पत्नी और तीन छोटे बच्चों को हंगरी में घर पर छोड़कर रूस के हमले के दौरान यू्क्रेन की मदद के लिए अपनी जन्मस्थली लौट गए हैं।
स्ताखोवस्की ने ‘एपी’ के साथ एक वीडियो साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने कभी यह नहीं सोचा था कि उन्हें अपने हाथ में बंदूक लेकर अपने घर लौटना पड़ेगा।
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मेदिका, पोलैंड- यूक्रेन से करीब 60 कैंसर पीड़ित बच्चे वारसॉ और अन्य स्थानों पर अस्पताल में जाने के लिए शनिवार को पोलैंड के शहर से एक चिकित्सकीय ट्रेन में सवार हुए।
वारसॉ अस्पताल के चिकित्सक डोमिनिक दासजुता ने कहा, ‘‘इनमें से कुछ बच्चों को ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी, कुछ को गहन चिकित्सा देखभाल की जरूरत होगी और कुछ बच्चे कोरोना वायरस से संक्रमित हैं तथा उन्हें अन्य बच्चों से अलग रखना होगा।
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