इंदौर (मध्यप्रदेश), तीन जुलाई सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जनता से वादाखिलाफी के आरोप को लेकर सोमवार को इंदौर नगर निगम के मुख्यालय के बाहर उग्र विरोध प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने उन पर पानी की बौछार की।
कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने साल भर पहले हुए नगर निगम चुनावों के घोषणा पत्र में किए गए अपने वादे के उलट स्थानीय नागरिकों पर करों का बोझ "पिछले दरवाजे से" बढ़ा दिया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए नगर निगम मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर बैरिकेड लगाए गए थे, लेकिन प्रदर्शनकारी जब महापौर पुष्यमित्र भार्गव के घेराव के लिए बैरिकेड लांघकर जबरन भीतर घुसने की कोशिश करने लगे, तब उन पर पानी की बौछार कर उन्हें तितर-बितर किया गया।
नगर निगम में प्रतिपक्ष के नेता चिंटू चौकसे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा ने नगर निगम चुनावों के घोषणा पत्र और चुनाव जीतने के बाद निगम के बजट सम्मेलन में जनता से वादा किया था कि करों की दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी, लेकिन पिछले दरवाजे से अलग-अलग करों में 30 से 60 प्रतिशत तक की वृद्धि करके शहर के नागरिकों पर आर्थिक बोझ बढ़ा दिया गया है।’’
युवा कांग्रेस अध्यक्ष रमीज खान ने दावा किया कि कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस के कथित बल प्रयोग से उनकी आंख में चोट लगी और पार्टी के कुछ अन्य कार्यकर्ता भी घायल हुए।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महापौर का पुतला भी फूंका।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)