Kochi Bomb Blasts: कोच्चि में बम विस्फोटों की जिम्मेदारी लेने वाले व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया, यूएपीए लगाया
कोच्चि में एक ईसाई धार्मिक सभा में बम विस्फोटों की जिम्मेदारी लेने वाले व्यक्ति को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. रविवार को किये गये इन विस्फोटों में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गये थे.
कोच्चि, 31 अक्टूबर : कोच्चि में एक ईसाई धार्मिक सभा में बम विस्फोटों की जिम्मेदारी लेने वाले व्यक्ति को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. रविवार को किये गये इन विस्फोटों में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गये थे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि डोमनिक मार्टिन की गिरफ्तारी सात बजे शाम को औपचारिक रूप से दर्ज की गई. विशेष जांच दल के अधिकारी ने यहां संवाददाताओं को बताया कि आरोपी के खिलाफ भादंसं की धारा 302 (हत्या के लिए सजा) तथा विस्फोटक कानून की धारा तीन के अलावा अवैध गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए)के प्रावधान भी लगाये गये हैं. अधिकारी ने कहा, ‘‘ आरोपी से विस्तार से पूछताछ की गयी. उसके अलावा अन्य सबूत भी जांच दल ने जुटाये हैं. उनके आधार पर दल के पास यह मानने का तर्कसंगत आधार है कि उक्त व्यक्ति ने यह अपराध किया है.’’
उन्होंने कहा कि किसी ने उसकी मदद की या नहीं, या कोई अन्य व्यक्ति इसमें शामिल था या नहीं, ये सारी बातें विस्तृत जांच से सामने आयेंगी. उन्होंने कहा कि आरोपी को मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा. ये विस्फोट कोच्चि के पास कलमस्सेरी में एक ‘कन्वेंशन सेंटर’ में किए गए थे, जहां रविवार को ‘यहोवा के साक्षी’ के लिए एक प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी. ‘यहोवा के साक्षी’ एक ईसाई धार्मिक संप्रदाय है जिसकी उत्पत्ति 19 वीं शताब्दी में अमेरिका में हुई थी. विस्फोट के कुछ घंटों बाद ‘यहोवा के साक्षी’ से अलग होने का दावा करने वाले मार्टिन ने राज्य के त्रिशूर जिले में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और कहा कि उसने कई विस्फोटों को अंजाम दिया. आत्मसमर्पण करने से पहले उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उसने विस्फोटों को अंजाम देने के कारण बताए. यह भी पढ़ें : Excise Policy Matters: ईडी ने एक्साइज पॉलिसी मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को 2 नवंबर को तलब किया
मामले की जांच के लिए रविवार शाम तक एडीजीपी अजित कुमार की अध्यक्षता में केरल पुलिस की 21 सदस्यीय विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया था. शुरुआत में बताया गया था कि विस्फोटों में एक महिला की मौत हो गई जबकि 60 लोग घायल हो गए जिनमें से छह की हालत गंभीर थी. इसके बाद गंभीर रूप से घायल छह लोगों में शामिल 53 वर्षीय महिला ने दम तोड़ दिया. इसी तरह सोमवार सुबह भी एक 12 वर्षीय लड़की की मौत हो गई जिससे धमाकों के कारण मरने वालों की संख्या तीन हो गई. फिलहाल विस्फोट में घायल हुए 21 लोगों का इलाज चल रहा है जिनमें से 16 लोग गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में हैं. इन 16 में से तीन की हालत बेहद नाजुक है.