कानपुर (उप्र), 13 अप्रैल उत्तर प्रदेश के कानपुर के सजेटी इलाके में जहरीली शराब से दो लोगों की मौत के मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए पांच पुलिसकर्मियों समेत सात लोगों को निलंबित कर दिया गया है।
कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक अनंत देव तिवारी ने सोमवार को बताया कि सजेटी थाना क्षेत्र के मवई बच्चन गांव में गत शनिवार को जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत के मामले में थानाध्यक्ष मुकेश सोलंकी, दारोगा अलख निरंजन और राज कुमार, हेड कांस्टेबल राम नरेश और कांस्टेबल जगवीर सिंह को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने मामले की जांच के लिये क्षेत्राधिकारी—नगर राजेश यादव की अगुवाई में पुलिस और आबकारी अधिकारियों की एक संयुक्त समिति गठित कर उससे जल्द से जल्द रिपोर्ट देने को कहा है।
उधर, जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने इस मामले में हलक़ा लेखपाल शुभम और ग्राम सचिव केसरी को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच अपर जिलाधिकारी—वित्त एवं राजस्व को सौंपी गयी है।
जिले में अवैध रूप से शराब बनाने वालों के खिलाफ सघन अभियान चलाने के आदेश भी दिये गये हैं।
मालूम हो कि शनिवार रात मवई बच्चन गांव में ग्राम प्रधान रणधीर यादव समेत 11 लोग जहरीली शराब पीने से बीमार हो गये। उनमें से एक स्वास्थ्यकर्मी अंकित सचान (32) और ट्रक चालक अनूप सचान (30) की मौत हो गयी।
ग्राम प्रधान ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि ट्रक चालक अनूप ने वह शराब कहीं से खरीदी थी। उसे पीने के बाद सभी को उल्टियां शुरू हो गयी और सबकी हालत बिगडने पर उन्हें सजेटी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया, जहां अनूप और अंकित को मृत घोषित कर दिया गया।
बीमार पांच लोगों की हालत नाजुक बतायी जाती है। उनका इलाज लाला लाजपत राय अस्पताल में किया जा रहा है। पुलिस पता लगा रही है कि अनूप कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के बावजूद कहां से शराब लाया था।
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