जरुरी जानकारी | पीएनबी को 14,000 करोड़ रुपये के फंसे कर्ज वसूली की उम्मीद

नयी दिल्ली, तीन अगस्त सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने मंगलवार को कहा कि उसे तीन तिमाहियों में 14,000 करोड़ रुपये के फंसे कर्ज की वसूली की उम्मीद है। साथ ही मजबूत पुनरुद्धार के साथ खर्च में कमी लाने के लिये उठाये गये कदमों से 2021-22 में 4,000 से 6,000 करोड़ रुपये के लाभ की उम्मीद है।

पीएनबी के प्रबंध निदेशक एस एस मल्लिकार्जुन राव ने संवाददाताओं से कहा कि खर्च पर नियंत्रण के कई पहलू हैं और उनमें से एक शाखाओं को युक्तिसंगत बनाना है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम 500 से अधिक शाखाओं को दुरुस्त करने में कामयाब रहे हैं। मार्च 2022 तक 1,000 और शाखाओं को युक्तिसंगत बनाने की उम्मीद कर रहे हैं। इससे परिचालन खर्च में काफी कमी लाने में मदद मिलेगी।’’

फिलहाल बैंक की शाखाओं की संख्या 10,641 है।

फंसे कर्ज की वसूली के बारे में राव ने कहा कि बैंक को एनसीएलटी (राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण) मामलों से मार्च, 2022 तक 5,000 से 5,200 करोड़ रुपये प्राप्त होने की उम्मीद है। इससे फंसे कर्ज या गैर-निष्पादित परिसंपत्ति में करीब 12,000 करोड़ रुपये की कमी आएगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा हम हर तिमाही करीब 3,000 करोड़ रुपये सामान्य रूप से वसूल रहे हैं। अत: हम सामान्य वसूली प्रक्रिया के तहत 9,000 से 10,000 करोड़ रुपये प्राप्त करने की उम्मीद कर रहे हैं।’’

राव ने भरोसा जताया कि बैंक मजबूत पुनरुद्धार और खर्च में कमी के जरिये चालू वित्त वर्ष में 4,000 से 6,000 करोड़ रुपये के बीच लाभ कमाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि पीएनबी केनरा एचएसबीसी ओबीसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में अपनी हिस्सेदारी अगले 12 महीने में बेचेगा।

पिछले साल पीएनबी में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) का विलय हुआ था। ओबीसी का जीवन बीमा कंपनी में 23 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जो अब पीएनबी के पास है।

इसमें केनरा बैंक की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि एचएसबीसी इंश्योरेंस (एशिया पैसिफिक) होल्डिंग्स लिमिटेड के पास विदेशी भागीदार के रूप में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

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