बीजेपी नेता विनीत गोयनका ने Twitter पर प्रसारित होने वाले संदेशों की जांच करने की व्यवस्था के लिये SC में दायर की याचिका
यह याचिका भाजपा नेता विनीत गोयनका ने दायर की है। याचिका में कहा गया है कि अनेक प्रमुख और प्रतिष्ठित व्यक्तियों के नाम के फर्जी ट्विटर और फेसबुक अकाउन्ट हैं।
नयी दिल्ली:- उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर कर अनुरोध किया गया है कि ट्विटर पर फर्जी खबरों (फेक न्यूज) के माध्यम से नफरत फैलाने वाले संदेश और विज्ञापनों की निगरानी करने और फर्जी खाताधारकों की जांच के लिये एक तंत्र बनाने का निर्देश दिया जाये. यह याचिका भाजपा नेता विनीत गोयनका ने दायर की है. याचिका में कहा गया है कि अनेक प्रमुख और प्रतिष्ठित व्यक्तियों के नाम के फर्जी ट्विटर और फेसबुक अकाउन्ट हैं. याचिका में कहा गया है इन फर्जी खातों पर सांविधानिक पदों पर आसीन व्यक्तियों और प्रमुख हस्तियों की असली तस्वीरों का इस्तेमाल होता है. ऐसी स्थिति में आम नागरिक इन ट्विटर हैंडल्स और फेसबुक पर आने वाले संदेशों पर भरोसा करता है.
याचिका में कहा गया है कि इस साल के प्रारंभ में दिल्ली में हुयी हिंसा की घटना सहित दंगों के अनेक मामलों की जड़ में यही फेक न्यूज और फर्जी अकाउन्ट हैं जो जातिवाद और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देते हैं। इससे देश के सांप्रदायिक सद्भाव और एकता को खतरा पैदा होता है. याचिका के अनुसार, इस समय भारत में करीब साढे़ तीन करोड़ ट्विटर हैंडल्स हैं जबकि फेसबुक अकाउन्ट की संख्या 35 करोड़ से ज्यादा है.
याचिका में कहा गया है कि अपनी छवि सुधारने और विरोधियों की छवि खराब करने के लिये राजनीतिक दल इन फर्जी सोशल मीडिया अकाउन्ट का इस्तेमाल करते हैं. याचिका में इस समस्या से निबटने के लिये कानून बनाने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है ताकि ट्विटर और उनके प्रतिनिधियों के खिलाफ जानबूझकर भारत विरोधी गतिविधियों के मामले में कानूनी कार्रवाई की जा सके.
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