श्रीनगर, 24 मई पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान से पहले उनकी पार्टी के मतदान एजेंटों और कार्यकर्ताओं को पुलिस थानों में उपस्थित होने के लिए कहा जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "पीडीपी के मतदान एजेंटों और कार्यकर्ताओं को स्थानीय पुलिस थाने पेश होने के लिए कहा जा रहा है। दक्षिण कश्मीर के लोगों को लोकतंत्र में विश्वास दिखाने के लिए दंडित क्यों किया जा रहा है? "
मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी सीट से चुनाव लड़ रही हैं जहां शनिवार को मतदान होना है।
इस बीच पीडीपी ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन आयोग से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त को लिखे पत्र में पार्टी ने कहा कि वह चुनाव की अखंडता को खतरे में डालने वाले एक गंभीर मामले की ओर आयोग का तत्काल ध्यान देने की मांग करती है।
पार्टी पत्र में कहा, "यह हमारे संज्ञान में आया है कि अनंतनाग, शोपियां और कुलगाम में पुलिस ने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के हमारे मतदान 'एजेंट' के खिलाफ आतंक का अभियान शुरू किया है। आज शाम से कई मतदान एजेंट को या तो उनके आवासों से जबरन उठा लिया गया है या पुलिस थाने में बुलाया गया है जहां उन्हें अवैध तौर पर बंधक बना कर रखा जा रहा है।"
पीडीपी ने आरोप लगाया, "पीडीपी के मतदान 'एजेंट' को इस तरह व्यवस्थित तरीके से निशाना बनाने से पता चलता है कि राज्य प्रशासन लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने और हमारी हार सुनिश्चित करने के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रतिनिधि के रूप में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के इशारे पर कार्य कर रहा है।"
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