पटना, 20 अक्टूबर पटना कलेक्ट्रेट के बहुमंजिला आधुनिक परिसर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और नवंबर में छठ पूजा के तुरंत बाद इसका उद्घाटन होने की संभावना है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
तीन ऊंची इमारतों वाले इस नए परिसर में सतह और बेसमेंट पर पार्किंग की सुविधाएं हैं।
इसने डच और ब्रिटिश काल की धरोहर इमारतों के समूह की जगह ले ली है, जो पुराने कलेक्ट्रेट का निर्माण करते थे और जिन्हें पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में 2022 में ध्वस्त कर दिया गया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आठ टस्कन स्तंभ को संरक्षित कर लिया गया है और इन्हें नए परिसर में एक समर्पित स्थान पर प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। ये स्तंभ पुराने कलेक्ट्रेट के अब ध्वस्त हो चुके डच युगीन रिकॉर्ड रूम के अग्र भाग की शोभा बढ़ाते थे।
केंद्रीय भवन में मुख्य कलेक्ट्रेट होगा, जिसमें 'जी+5' (भूतल और पांच) मंजिल और एक बेसमेंट होगा। इसमें जिलाधिकारी का कार्यालय सबसे ऊपरी मंजिल पर होगा।
यह विशाल परिसर 10 एकड़ में फैला है और शहर के मध्य में गंगा के किनारे स्थित है। इस परिसर को कलेक्ट्रेट घाट के सामने बनाया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्य ब्लॉक के पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में दो ब्लॉक हैं, जिनमें से प्रत्येक में 'जी+4' फ्लोर और एक बेसमेंट है। पूर्वी ब्लॉक में जिला बोर्ड पटना का कार्यालय होगा, जबकि पश्चिमी ब्लॉक में एसडीओ और डीडीसी के कार्यालय होंगे।
अधिकारी ने कहा, "18 मई 2022 को शुरू हुआ निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और इसे 31 अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य है।"
उन्होंने 'पीटीआई-' से कहा, "छठ पूजा नवंबर के पहले सप्ताह में है और उसके तुरंत बाद नए कलेक्ट्रेट का उद्घाटन होने की उम्मीद है।"
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