नयी दिल्ली, 11 सितंबर आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से चुनाव लड़ने के लिए टिकट तथा पद मिलने की इच्छा नहीं रखने और इसके बजाय देश एवं समाज के लिए काम कर अपनी काबिलियत साबित करने को कहा।
पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में अपने ऑनलाइन संबोधन के दौरान, केजरीवाल ने कहा कि वह नहीं चाहते कि लोग उनकी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस जैसी पार्टी के रूप में पहचानें। उन्होंने आप के लोगों से पद और टिकट की अपनी आकांक्षाओं का त्याग करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पार्टी जिस तरह से दिल्ली में सरकार चला रही है, उसे देखकर देश भर के लोगों को लगने लगा है कि 'आप' ही एकमात्र उम्मीद है।
केजरीवाल ने कहा, “यदि आप मेरे पास पद मांगने आते हैं, तो इसका मतलब है कि आप इसके लायक नहीं हैं और आपको इसे मांगना पड़ रहा है। आपको इस तरह से काम करना चाहिए कि मुझे कहना पड़े कि यह पद आपको संभालना चाहिए।”
आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी को विस्तार देने की योजना के तहत पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और गुजरात पर ध्यान केंद्रित कर रही है जहां चुनाव होने हैं।
उन्होंने कहा, ''अन्ना जी कहा करते थे कि राजनीति केवल एक सिद्धांत पर आधारित है - 'सत्ता' से 'पैसा' और फिर 'पैसे' से 'सत्ता'। आम आदमी पार्टी यहां इस अवधारणा को बदलने के लिए है। हमारा उद्देश्य धन-बल के दम पर सत्ता में आना नहीं है । हम यहां इस देश के लोगों के लिए और उनका भरोसा बरकरार रखने के लिये हैं।''
उन्होंने कहा कि आप का गठन केवल एक ही उद्देश्य से हुआ था- 'सेवा, कुर्बानी, बलिदान'।
आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की 10वीं बैठक वैश्विक महामारी के कारण ऑनलाइन हुई।
केजरीवाल ने कहा, “शहीद-ए-आजम भगत सिंह और बाबा साहेब आंबेडकर हमारी पार्टी के दो शीर्ष आदर्श हैं। हमारे प्रत्येक कार्यकर्ता को उनकी तरह बलिदान देने के लिए तैयार रहना होगा।”
'आप' ने अपनी नयी राष्ट्रीय परिषद का नवीनीकरण किया है।
केजरीवाल ने कहा, ''मुझे खुशी है कि हमने सफलतापूर्वक आम आदमी पार्टी की नयी राष्ट्रीय परिषद तैयार की है। मैं आशा और प्रार्थना करता हूं कि इस परिषद का कार्यकाल बेहद फलदायी और समृद्ध रहे।''
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में महामारी के दौरान आप सरकार द्वारा किए गए कार्यों की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। दिल्ली के विधायक दिलीप पांडे जैसे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दिन-रात लोगों की मदद की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने 'गीता' का जिक्र करते हुए कहा कि समाज में हर कोई इसके नेता की ओर देखता है।
उन्होंने कहा, ''हम देखते हैं कि अन्य पार्टियों में क्या होता है। दर्जनों लोग एक सीट के लिए लड़ते हैं, पार्टियां टूट जाती हैं, गुट बन जाते हैं। हम नहीं चाहते कि हमारी पार्टी के साथ ऐसा हो। अगर ऐसा कुछ होता है, तो हमारी पार्टी पर विश्वास हमेशा के लिये समाप्त हो जाएगा''
पार्टी के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आप के गठन के पीछे राष्ट्र निर्माण प्रमुख उद्देश्यों में से एक है।
उन्होंने कहा, ''हमें हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि आम आदमी पार्टी क्यों बनी। हम किसी भी मौजूदा पार्टी में शामिल क्यों नहीं हुए और इसके बजाय आप की स्थापना के बारे में क्यों सोचा? हमें लगातार यह सवाल खुद से पूछना चाहिए। तब हम आम आदमी पार्टी और देश के लिए बेहतर योगदान दे पाएंगे।''
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