ITI का बुरा हाल: 22.75 लाख सीटों में से 10.6 लाख सीटें खाली, यूपी-राजस्थान में एडमिशन लेने वालों की सबसे ज्यादा कमी

संसद की एक समिति ने मंगलवार को कहा कि देश में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में कुल 22.75 लाख सीटों में से 10.6 लाख सीटें खाली पड़ी हैं. श्रम, कपड़ा और कौशल विकास पर संसद की स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के सभी आईटीआई में मौजूदा 22,75,439 सीटों में से कुल 10,60,191 सीटें रिक्त हैं, जो चिंताजनक है.

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Facebook)

नई दिल्ली: संसद की एक समिति ने मंगलवार को कहा कि देश में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में कुल 22.75 लाख सीटों में से 10.6 लाख सीटें खाली पड़ी हैं. श्रम, कपड़ा और कौशल विकास पर संसद की स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के सभी आईटीआई (ITI) में मौजूदा 22,75,439 सीटों में से कुल 10,60,191 सीटें रिक्त हैं, जो चिंताजनक है. बिहार सरकार ने आईटीआई को अपग्रेड करने के लिए टाटा के साथ समझौता किया

संसद में पेश रिपोर्ट के अनुसार, सर्वाधिक सीटें उत्तर प्रदेश (2,07,606) में खाली हैं. इसके बाद राजस्थान (1,37,200), मध्य प्रदेश (86,999), झारखंड (71,886), ओड़िशा (51,829) और तमिलनाडु (49,668) का स्थान है.

समिति ने कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय को राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों के साथ मिलकर उपयुक्त रणनीति तैयार करने का सुझाव दिया ताकि मौजूदा खाली सीटों पर अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं का दाखिला दिया जा सके.

रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के अनुसार, 21 फरवरी, 2022 तक की स्थिति के मुताबिक सभी आईआईटी में पेशेवरों के लिये स्वीकृत 1,99,387 पदों में से 1,29,805 पद खाली हैं, यह भी काफी चिंताजनक है.

समिति ने मंत्रालय को आईटीआई में बेहतर और कुशल प्रशिक्षण सुनिश्चित करने के लिये पेशेवरों की कमी को दूर करने के लिये तत्काल कदम उठाने का सुझाव दिया है.

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