संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का मामला: अदालत ने आरोपी को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा
दिल्ली की एक अदालत ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में गिरफ्तार ललित झा को शुक्रवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
नयी दिल्ली, 15 दिसंबर: दिल्ली की एक अदालत ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में गिरफ्तार ललित झा को शुक्रवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि झा इस घटना का ‘‘मुख्य साजिशकर्ता’’ है. विशेष न्यायाधीश हरदीप कौर ने अभियोजन पक्ष द्वारा दाखिल उस अर्जी पर झा को दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेज दिया, जिसमें कहा गया था कि पूरी साजिश का खुलासा करने के लिए उससे पूछताछ की जरूरत है.
सुनवाई के दौरान अभियोजक ने अदालत को बताया कि झा को बृहस्पतिवार की रात गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उससे ‘‘विस्तृत पूछताछ’’ की गई. लोक अभियोजक ने झा को 15 दिन की हिरासत में भेजे जाने का अनुरोध करते हुए कहा, ‘‘उसने खुलासा किया कि कैसे वह पूरी घटना का साजिशकर्ता है. उसे पूरी साजिश और तौर-तरीकों का खुलासा करना है.’’ पुलिस ने यह भी कहा कि उससे उस फोन के बारे में पूछताछ करने की जरूरत है जिसका वह इस्तेमाल कर रहा था और अभी तक उसका पता नहीं चला है.
पुलिस ने दावा किया कि झा ने स्वीकार किया है कि आरोपियों ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश रचने के लिए कई बार मुलाकात की. पुलिस ने अदालत से कहा, ‘‘झा ने खुलासा किया कि वे (आरोपी) देश में अराजकता पैदा करना चाहते थे ताकि वे सरकार को अपनी मांगों को पूरा करने के लिए मजबूर कर सकें. उसने बड़ी साजिश के तहत उन्हें छुपाने और सबूत नष्ट करने के लिए (अन्य आरोपियों के) फोन ले लिए। उसने खुलासा किया कि जयपुर से दिल्ली जाते वक्त रास्ते में उसने अपना फोन फेंक दिया था.’’
पुलिस ने कहा कि ‘‘हमले की बड़ी साजिश, अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता और हमले के पीछे के वास्तविक मकसद का पता लगाने के लिए गहन जांच’’ के लिए झा से हिरासत में पूछताछ की आवश्यकता है.
पुलिस ने कहा कि इसके अलावा, यह पता लगाने के लिए भी उससे पूछताछ की आवश्यकता है कि क्या आरोपी का किसी दुश्मन देश या आतंकवादी संगठन से कोई संबंध तो नहीं है. संसद पर 2001 में किए गए आतंकवादी हमले की बरसी के दिन बुधवार को, सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सागर शर्मा और मनोरंजन डी. सदन के भीतर कूद गए और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया.
घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया. इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली 'केन' लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया. संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे के रूप में हुई है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)