जयपुर, 29 जनवरी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सहयोगी लोकेश शर्मा ने आज गुजरात में हुए पेपर लीक का हवाला देते हुए कहा कि यह एक देशव्यापी समस्या बन गई है और राजस्थान में विपक्ष के लिए 'ओछी' राजनीति करना और विधानसभा में राज्यपाल का अभिभाषण को बाधित करना उचित नहीं है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सहित विपक्ष राजस्थान में भर्ती के पेपर लीक के मामलों को लेकर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को बार-बार निशाना बनाता रहा है और सीबीआई जांच की मांग करता रहा है।
इसी मांग को लेकर भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीणा आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित घाट की गुणी पर मंगलवार से धरने पर बैठे हैं। मीणा 24 जनवरी को दौसा से हजारों युवकों के साथ जयपुर पहुंचे थे। उन्हें पुलिस ने शहर में आने से घाट की गुणी के पास रोक दिया था जिसके बाद उन्होंने वहीं पर धरना शुरू कर दिया था।
शर्मा ने कहा कि गुजरात की घटना से एक बार फिर साफ हो गया है कि देश के दूसरे राज्यों में भी पेपर लीक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद कई बार कह चुके हैं कि यह एक देशव्यापी समस्या बन गई है और यह बहुत चिंता का विषय है।
उन्होंने 23 जनवरी को विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन विपक्ष के हंगामे का जिक्र करते हुए कहा, ''भाजपा द्वारा इस मुद्दे पर ओछी राजनीति करना, विधानसभा में राज्यपाल का अभिभाषण तक नहीं होने देना उचित नहीं है. . जरूरत इस बात की है कि देश भर में फल-फूल रहे ऐसे गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, जो युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान के लिये इस दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि राजस्थान में ऐसी घटनाओं में सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है, बेईमानों को जेल भेज रही है, दोषी उम्मीदवारों को ब्लैकलिस्ट कर रही है। उनका कहना था कि इसमें शामिल संस्थानों और व्यक्तियों की संपत्ति कुर्क करने का प्रावधान किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने, द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती का पेपर लीक हो गया था, जिसके बाद इसे रद्द कर दिया गया था। इससे पहले भी प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए थे।
कुंज
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