नयी दिल्ली/जम्मू, 19 सितंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं ने अनुच्छेद 370 पर पाकिस्तानी मंत्री ख्वाजा आसिफ की कथित टिप्पणियों का हवाला देते हुए बृहस्पतिवार को कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन पर निशाना साधा और दोनों दलों पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में पड़ोसी देश का एजेंडा चलाने का आरोप लगाया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं ने एक पाकिस्तानी चैनल पर की गई आसिफ की टिप्पणी को ‘एक्स’ पर साझा किया। इसमें पाकिस्तानी नेता ने कहा है कि उनका देश कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस के विचारों से सहमत है कि अनुच्छेद 370 को बहाल किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू के कटरा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस को लेकर जम्मू-कश्मीर में भले ही उत्साह न हो, लेकिन पड़ोसी देश (पाकिस्तान) इन्हें लेकर बहुत उत्साह में है।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान में कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस के अलायंस (गठबंधन) की बल्ले-बल्ले हो रही है। इनके घोषणा पत्र से पाकिस्तान बहुत प्रभावित है।’’
मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस का खुलकर समर्थन किया है और उनका कहना है कि अनुच्छेद 370 और 35ए लेकर दोनों दलों का एजेंडा वही है, जो पाकिस्तान का एजेंडा है यानी इस गठबंधन की पोल खुद पाकिस्तान ने खोल दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी आज कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस को डंके की चोट पर कह रहा है... हम जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के एजेंडे को लागू नहीं होने देंगे। दुनिया की कोई ताकत जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की वापसी नहीं करा सकती है।’’
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इससे फिर से यह स्पष्ट हो गया है कि देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी और पाकिस्तान के इरादे भी एक हैं और एजेंडा भी।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पाकिस्तान के रक्षा मंत्री द्वारा अनुच्छेद 370 और 35ए पर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस का समर्थन करने की बात ने एक बार फिर कांग्रेस को एक्सपोज (बेनकाब) कर दिया है। इस बयान ने पुनः यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस और पाकिस्तान के इरादे भी एक हैं और एजेंडा भी।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ वर्षों से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी देशवासियों की भावनाओं को आहत करते हुए हर एक भारत विरोधी ताकत के साथ खड़े रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘एयर स्ट्राइक व सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने हों या भारतीय सेना के बारे में आपत्तिजनक बातें करना हो, राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान के सुर हमेशा एक रहे हैं और कांग्रेस का हाथ हमेशा देशविरोधी शक्तियों के साथ रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन, कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान यह भूल जाते हैं कि केंद्र में मोदी सरकार है, इसलिए कश्मीर में न तो अनुच्छेद 370 वापस आने वाला है और न ही आतंकवाद।’’
चुनाव के लिए भाजपा के चुनाव प्रभारी राम माधव ने आसिफ की कथित टिप्पणियों को साझा करते हुए ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक स्पष्ट चुनौती है। जनता चुनाव में इस देशद्रोही गठबंधन को बड़ा सबक सिखाएगी। जम्मू-कश्मीर उनके साथ खड़ा रहेगा जो हिंदुस्तान के साथ खड़े हैं, उनके साथ नहीं जो पाकिस्तान के साथ हैं।’’
उल्लेखनीय है कि नेशनल कांफ्रेंस ने अपने घोषणापत्र में अनुच्छेद 370 को बहाल करने को समर्थन देने का वादा किया है, जबकि कांग्रेस ने विवादास्पद मुद्दे पर चुप्पी साधी हुई है।
भाजपा महासचिव एवं जम्मू-कश्मीर मामलों के पार्टी प्रभारी तरुण चुघ ने दावा किया कि मौजूदा चुनाव में विपक्षी गठबंधन पाकिस्तानी एजेंडा चला रहा है।
चुघ ने आरोप लगाया कि अब यह स्पष्ट है कि कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन पाकिस्तानी सरकार के इशारे पर काम कर रहा है और चुनावों में हस्तक्षेप करने की पाकिस्तान की मंशा भी उजागर हो गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति को अस्थिर रखना अब्दुल्ला और गांधी परिवारों का एक प्रमुख एजेंडा रहा है।
चुघ ने जम्मू में संवाददाताओं से कहा, ‘‘पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान से स्पष्ट है कि राहुल गांधी और फारूक अब्दुल्ला पाकिस्तान की बोल रहे हैं।’’
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