देश की खबरें | उत्तर प्रदेश में बाढ़ से पांच लाख से अधिक लोग प्रभावित; दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में बारिश नहीं

नयी दिल्ली, 12 अगस्त उत्तर प्रदेश के 1243 गांवों में पांच लाख से अधिक व्यक्ति बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। राज्य में पिछले 24 घंटे में औसत 13.1 मिमी बारिश हुई जो सामान्य से 154 फीसदी अधिक है।

बहरहाल, पड़ोसी राज्यों दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में मौसम गर्म एवं शुष्क बना रहा। वहीं उत्तराखंड में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण वर्षाजनित घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई।

राजस्थान में वर्षा के असमान वितरण से चिंता बनी हुई है। राज्य के कुछ हिस्सों में जहां अत्यधिक बारिश हुई वहीं अन्य हिस्सों में सामान्य से कम बारिश हुई।

राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान क्रमश: 26.4 डिग्री सेल्सियस और 36.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक महानगर में शुष्क मौसम बना रहेगा और अगले पांच-छह दिनों में वर्षा होने की संभावना नहीं है।

मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मॉनसून ‘‘ब्रेक फेज’’ में चला गया है और उत्तर-पश्चिम भारत में कम से कम 16 अगस्त तक बारिश नहीं होगी।

उत्तर प्रदेश के 11 जिले -- प्रयागराज, चित्रकूट, कौशांबी, प्रतापगढ़, बस्ती, गोंडा, सुल्तानपुर, श्रावस्ती, लखनऊ, रायबरेली और फतेहपुर में पिछले 24 घंटे में 25 मिमी या अधिक बारिश हुई।

राहत आयुक्त के कार्यालय से जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘23 जिलों के 1243 गांवों में 5,46,049 लोगों की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई हैं।’’

सिंचाई विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बदायूं, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रही है जबकि औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा और प्रयागराज में यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है।

उत्तराखंड में बुधवार को मूसलाधार बारिश के बीच अल्मोड़ा जिले में एक घर के एह जाने से एक महिला की मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए, वहीं देहरादून में एक व्यक्ति नदी में बह गया।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में बारिश के असमान विरतण पर चिंता जताई।

जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य के 33 में से दस जिलों में कम बारिश हुई है जबकि नौ जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है और नौ जिलों में अत्यधिक बारिश हुई है।

गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘राज्य के कई हिस्सों में अतिवृष्टि एवं कुछ हिस्सों में बारिश औसत से कम हुई है जो चिंता का विषय है।'’

मुख्यमंत्री के अनुसार, ‘'कम बारिश वाले जिलों में पहले का यह अनुभव है कि अगस्त के महीने में अधिक वर्षा होती है जिससे बारिश का स्तर सामान्य हो जाता है। मौसम विभाग के पूर्वानुमानों से इस बार भी ऐसी उम्मीद की जा रही है।'’

पंजाब और हरियाणा के अधिकतर हिस्से में गर्म और शुष्क मौसम बना रहा। दोनों राज्यों की राजधानी चंडीगढ़ में तापमान अधिकतम 35.6 सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

चंडीगढ़ मौसम कार्यालय के अनुसार हरियाणा के अंबाला में अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री सेल्सियस जबकि हिसार में 37 डिग्री सेल्सियस रहा। रोहतक में अधिकतम तापमान 35. डिग्री सेल्सियस, भिवानी में 37.8 डिग्री सेल्सियस और गुड़गांव में 35.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

पंजाब के अमृतसर में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस , लुधियाना में 35.2 डिग्री सेल्सियस , पटियाला में 36.1 डिग्री सेल्सियस और बठिंडा में 35.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

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