रांची, 12 अप्रैल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देश के बड़े उद्योगों
से अनुरोध किया है कि आपदा की इस घड़ी में वे अपने श्रमिकों को सभी
सुविधाएं उपलब्ध करने के अपने सामाजिक उत्तरदायित्व को निभाएं क्योंकि
हमारे श्रमिक बोझ नहीं बल्कि लक्ष्मी हैं।
एक सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को
उद्योगपतियों से श्रमिकों का ख्याल रखने की अपील करते हुए कहा, ‘‘हमारे
श्रमिक बोझ नहीं बल्कि लक्ष्मी हैं। इन कर्मवीरों को आज आपके सहयोग की
आवश्यकता है। मुझे उम्मीद है कि आप सब अपनी जिम्मेदारी पूरी करेंगे।’’
इस बीच मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन जामताड़ा को एक बीमार वृद्ध महिला
को अविलंब मदद पहुंचाकर सूचित करने का निर्देश दिया है जिसके गंभीर
रूप से बीमार होने की जानकारी उन्हें मिली थी।
मुख्यमंत्री को जामताड़ा निवासी एक व्यक्ति ने बताया था कि 90 वर्षीय उनकी
दादी जामताड़ा में गंभीर रूप से अस्वस्थ हैं। उनका पारिवारिक डॉक्टर भी
अस्वस्थ हैं, और उनका नर्सिंग होम बंद है। उन्हें तत्काल चिकित्सक और
ऑक्सीजन की जरूरत है।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से गढ़वा के 50 मजदूरों
को मदद पहुंचाने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृपया झारखंड
के इन श्रमिकों की मदद करें। उन्होंने कहा कि इस महामारी की घड़ी में
झारखंडियों को दिए गए आपके मदद के लिए सदैव आभारी रहूंगा।
मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई थी कि गढ़वा जिले के 50 मजदूर गुरुग्राम,
हरियाणा में लॉकडाउन की वजह से फंसे हैं। इन्हें परेशानियों का सामना
करना पड़ रहा है।
एक अन्य समाचार के अनुसार मुख्यमंत्री ने उपायुक्त देवघर को निर्देश
देते हुए कहा कि देवीपुर प्रखंड के ग्राम पंचायत बाघमारी में राशन वितरण
में हुई गड़बड़ी की जांच करने और आरोप में सत्यता पाये जाने पर डीलर के
खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा।
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