नयी दिल्ली, 21 जुलाई विपक्षी सदस्यों ने शुक्रवार को लोकसभा में मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब पांच मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
स्थगन से पहले, सदन के उप नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मणिपुर की घटना पर सरकार चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष गंभीर दिखाई नहीं पड़ता है।
संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे आरंभ होते ही विपक्षी सदस्य मणिपुर के मुद्दे पर हंगामा करने लगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राजनाथ सिंह को सदन में सरकार का पक्ष रखने के लिए कहा।
रक्षा मंत्री सिंह ने कहा, ‘‘मणिपुर की घटना बहुत ही गंभीर है... प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) ने स्वयं कहा है कि जो हुआ है उससे पूरा राष्ट्र शर्मसार है। प्रधानमंत्री ने कठोर से कठोर से कार्रवाई की बात कही है।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि मणिपुर की घटना पर सदन में चर्चा होनी चाहिए... मैंने खुद सर्वदलीय बैठक में यह बात कही थी। मैं आरोप लगाना चाहता हूं कि मणिपुर की घटना पर जितना गंभीर होना चाहिए, विपक्ष उतना गंभीर नहीं है।’’
सिंह ने कहा कि विपक्ष को मणिपुर की घटना को गंभीरता से लेना चाहिए।
उनके इस वक्तव्य के बाद भी सदन में विपक्षी सदस्यों का हंगामा और नारेबाजी जारी रही। लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से कार्यवाही चलने देने की अपील करते हुए कहा, ‘‘नारेबाजी से समाधान नहीं होगा। सरकार चर्चा के लिए तैयार है।’’
हंगामा नहीं थमने पर बिरला ने 11 बजकर करीब पांच मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
हक
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