'अब्बा जान' संबंधी टिप्पणी पर विपक्षी दलों ने योगी की आलोचना की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की गई 'अब्बा जान' संबंधी टिप्पणी की विभिन्न राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की है और इसे असंसदीय भाषा करार दिया है.
लखनऊ, 13 सितंबर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) द्वारा की गई 'अब्बा जान' संबंधी टिप्पणी की विभिन्न राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की है और इसे असंसदीय करार दिया है. यह भी पढ़े: UP Assembly Election: प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर साधा निशाना, कहा- न जनता के मुद्दों की समझ न सरोकार, बस हवाई दावों की सरकार
मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, ''मेरा हमेशा से मानना रहा है कि भाजपा की मंशा घोर सांप्रदायिकता और नफरत के अलावा किसी अन्य एजेंडे पर चुनाव लड़ने की नहीं है तथा उसका सारा जहर मुस्लिमों के प्रति होता है. यहां एक मुख्यमंत्री हैं जो दोबारा यह दावा कर चुनाव जीतना चाहते हैं कि मुस्लिमों ने हिंदुओं के हिस्से का पूरा राशन खा लिया. ’’योगी ने रविवार को कुशीनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दर्शकों से पूछा था कि क्या उन्हें राशन मिल रहा है और 2017 से पहले यह राशन उन्हें कहां से मिल रहा था?
मुख्यमंत्री ने कहा था, ''क्योंकि तब 'अब्बा जान' कहे जाने वाले लोग राशन को खा जाते थे. कुशीनगर का राशन नेपाल और बांग्लादेश जाता था. आज अगर कोई गरीब लोगों के राशन को हथियाने की कोशिश करेगा, तो वह निश्चित रूप से जेल चला जाएगा. 'समाजवादी पार्टी (सपा) के विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, "मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें (योगी आदित्यनाथ) असंसदीय का उपयोग शोभा नहीं देता, और यह दर्शाता है कि वह कम पढ़े-लिखे हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि जो पढ़े-लिखे हैं, वे उचित और सम्मानजनक का इस्तेमाल करते हैं. संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति को ऐसी के इस्तेमाल से बचना चाहिए। ऐसी का इस्तेमाल लोकतंत्र के लिए भी दुखद है. "