इंदौर (मध्यप्रदेश), 11 सितंबर: गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोमवार को तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल दल सनातन हिंदू धर्म को मिटाना चाहते हैं. सावंत ने इंदौर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘बाबर जैसे मुगल शासकों, अंग्रेजों और जबरिया धर्मांतरण के एजेंडा के साथ गोवा आए पुर्तगालियों ने सनातन हिंदू धर्म को मिटाने की कोशिश की थी, लेकिन ये सब इसमें कामयाब नहीं हो सके। अब ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दल मिलकर सनातन धर्म को मिटाना चाहते हैं। इसलिए सनातन हिंदू धर्म के लोगों के लिए उचित रहेगा कि वे इन दलों को भगाएं.’’
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल दलों के नेता सनातन हिंदू धर्म के बारे में लगातार अपशब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं और सनातन हिंदू धर्म का अपमान इस गठजोड़ की नीति है. सावंत ने यह भी कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) का नाम बदलकर भले ही इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) कर दिया गया है, लेकिन नाम बदलने से नीतियां और काम नहीं बदलता. उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल तमाम दलों की हकीकत जनता अच्छे से जानती है. शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के लिए देशभर से बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की उम्मीद की जा रही है और इस समारोह में शामिल होकर वापस लौट रहे लोगों के साथ ‘‘गोधरा जैसी घटना" हो सकती है. ठाकरे के इस बयान को लेकर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर सावंत ने कहा,‘‘मुझे पता नहीं है कि ठाकरे के मन में राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के संबंध में शंका-कुशंका क्यों है. आप (मीडिया) इस बारे में उनसे ही सवाल कीजिएगा.’’
गोवा के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने जी20 शिखर सम्मेलन का सबसे सफल आयोजन किया है और इस जमावड़े में सर्वसम्मति से घोषणापत्र को स्वीकार किया गया है। उन्होंने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता भारत के लिए गौरव की बात है. सावंत ने भाजपा शासित गोवा से ईसाई समुदाय के कई लोगों के पलायन की बात सिरे से खारिज करते हुए कहा,‘‘गोवा से ईसाई समुदाय के लोग पलायन नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्हें ऐसा करने की कोई जरूरत ही नहीं है. लोगों का एक तबका रोजगार के लिए यूरोप और अन्य महाद्वीपों के देशों का रुख कर रहा है."
उन्होंने एक सवाल पर कहा कि उन्हें गर्व है कि वर्ष 1961 में पुर्तगाली राज से आजादी से लेकर आज तक गोवा में समान नागरिक संहिता का पालन किया जा रहा है. सावंत ने कहा,‘‘समान नागरिक संहिता के मामले में गोवा अन्य राज्यों के लिए निश्चित तौर पर रोल मॉडल (आदर्श) है. अन्य राज्यों के लिए भी जरूरी है कि वे समान नागरिक संहिता लागू करें.’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)