नयी दिल्ली, 31 मई सार्वजनिक क्षेत्र की ओएनजीसी ने कहा है कि पश्चिमी और पूर्वी अपतटीय क्षेत्रों में नई खोजों से उत्पादन शुरू होने के बाद उसे 2024-25 तक तेल उत्पादन में 11 प्रतिशत और प्राकृतिक गैस उत्पादन में 25 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की उम्मीद है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों से कंपनी के उत्पादन में गिरावट हुई है।
ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) ने वित्त वर्ष 2021-22 के नतीजों के बाद एक निवेशक प्रस्तुति में कहा कि कच्चे तेल का उत्पादन चालू वित्त वर्ष में बढ़कर 198.8 लाख टन हो जाएगा, जो वित्त वर्ष 2021-22 में 195.45 लाख टन था। इसके अगले वित्त वर्ष में बढ़कर 215.88 लाख टन होने की उम्मीद है।
निवेशक प्रस्तुति के मुताबिक कच्चे तेल का उत्पादन 2024-25 में बढ़कर 217.01 लाख टन हो जाएगा।
इसी तरह गैस उत्पादन 2021-22 में 20.907 अरब घन मीटर से बढ़कर चालू वित्त वर्ष में 21.097 अरब घन मीटर हो जाएगा। अगले वित्त वर्ष में इसके बढ़कर 24.387 अरब घन मीटर होने की उम्मीद है, जबकि वित्त वर्ष 2025-26 में उत्पादन 26.124 अरब घन मीटर तक पहुंच जाएगा।
कंपनी ने बताया कि पूर्वी और पश्चिमी तट, दोनों क्षेत्रों की परियोजनाओं द्वारा उत्पादन में वृद्धि होगी।
ओएनजीसी ने कहा कि वह मुंबई हाई ऑयल एंड गैस फील्ड के पुनर्विकास के चौथे चरण को लागू कर रही है। इससे पांच दशक पुराने क्षेत्र से उत्पादन सुधरेगा।
घरेलू क्षेत्रों से उत्पादन में गिरावट के कारण कच्चे तेल की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत की आयात पर निर्भरता हाल के वर्षों में बढ़कर 85 प्रतिशत हो गई है।
ओएनजीसी ने कहा कि वह 2022 से 2025 तक पूरे देश में तेल, गैस खोज अभियान पर 31,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
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