भुवनेश्वर, 26 नवंबर ओडिशा विधानसभा में मंगलवार को विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस सदस्यों ने, बीते दिनों कथित तौर पर खाद्यान्न की कमी के कारण आम की गुठली का दलिया खाने से आदिवासी समुदाय की तीन महिलाओं की मौत के मुद्दे पर नारेबाजी की जिसके कारण लगभग एक घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
सदन में दिवंगत पूर्व छह सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने प्रश्नकाल की अनुमति दी। इसी दौरान, बीजद और कांग्रेस के विधायक आसन के समक्ष आ गए और कंधमाल जिले में कथित तौर पर आम की गुठली का दलिया खाने से आदिवासी महिलाओं की हुई मौत के मामले को लेकर हंगामा करने लगे।
सदस्यों ने मोहन चरण माझी सरकार के खिलाफ नारे लगाए और आरोप लगाया कि उनकी सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सुचारू बनाने में विफल रही है, जिससे कंधमाल जिले के मंडीपांका गांव के लोगों को खाद्यान्न की कमी का सामना करना पड़ा और इस कारण वहां आदिवासी समुदाय की तीन महिलाओं की मौत हो गई।
सदन में शोरगुल जारी रहने पर अध्यक्ष ने कार्यवाही मध्याह्न 12:25 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले सदन के नेता और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शोक प्रस्ताव रखा और सदन ने पूर्व मंत्री समित डे, पूर्व सदस्य धनेश्वर माझी, मकरध्वज प्रधान, निरंजन प्रधान, उत्कल केशरी परिदा और पूर्ण चंद्र माझी कुल छह पूर्व सदस्यों के निधन पर शोक व्यक्त किया।
विपक्षी नेता नवीन पटनायक और कांग्रेस विधायक दल के नेता राम चंद्र कदम ने भी दिवंगत पूर्व सदस्यों के निधन पर दुख व्यक्त किया और सदन ने उनके सम्मान में एक मिनट का मौन रखा।
ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र मंगलवार को शुरू हुआ और 31 दिसंबर तक जारी रहेगा। मुख्यमंत्री के साथ ही वित्त विभाग के प्रभारी मोहन चरण माझी, दोपहर को सदन में अनुपूरक बजट पेश करने वाले हैं।
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