बालासोर, एक जनवरी ओडिशा के बालासोर जिले में कुछ आदिवासी परिवारों का धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में दो महिलाओं पर हमला करने के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
डीआईजी (पूर्वी रेंज) सत्यजीत नाइक ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नीलगिरी थाना क्षेत्र के कंसा गांव के निवासी मुख्य आरोपी बादल पांडा को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
नाइक ने बताया कि कुछ आदिवासी परिवारों का धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में भीड़ ने दो महिलाओं को पेड़ से बांधकर पीटा।
उन्होंने बताया कि यह घटना बीते बृहस्पतिवार को गोबरधनपुर गांव में हुई और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
अधिकारी ने कहा कि इस घटना के संबंध में दो मामले दर्ज किए गए।
इस घटना से देश भर में आक्रोश फैल गया और राज्य में राजनीतिक हलचल मच गई।
घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाईबी खुरानिया से तीन दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
एनसीडब्ल्यू ने ‘एक्स’ पर लिखा, “राष्ट्रीय महिला आयोग ने ओडिशा के बालासोर से एक चौंकाने वाली मीडिया रिपोर्ट का स्वतः संज्ञान लिया है, जिसमें दो आदिवासी महिलाओं को धर्म परिवर्तन कराने के संदेह में पेड़ से बांधकर पीटा गया। बताया जा रहा है कि दोनों महिलाओं और उनके हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। आयोग ने राज्य के डीजीपी को निष्पक्ष, समयबद्ध जांच करने और शांति व कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। तीन दिन में एक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है।”
डीआईजी ने कहा कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और महिलाओं को बचाया, साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस उस मामले की भी जांच कर रही है जिसमें आरोप लगाया गया है कि महिलाएं धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि इस मामले में कुछ लोगों को नोटिस जारी किया गया है। मामले में धर्म परिवर्तन कराने का आरोप है और ग्रामीणों ने इसे लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया था।”
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