
भुवनेश्वर, 17 मार्च ओडिशा विधानसभा में सोमवार को विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस के विधायकों ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर हंगामा किया, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हुई।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजद और कांग्रेस के सदस्य हाथों में तख्तियां लेकर विधानसभा अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए और नारेबाजी करने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है।
हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने सदन की कार्यवाही अपराह्न 12 बजकर 15 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कांग्रेस विधायक विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए।
कांग्रेस विधायक अशोक दास ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध की बढ़ती घटनाओं के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकार को नींद से जगाना होगा।
बीजद विधायक गौतम बुद्ध दास ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से पिछले नौ महीनों में यहां कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है, इसलिए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को गृह विभाग छोड़ देना चाहिए।
स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने पर बीजद सदस्यों ने बजट चर्चा में हिस्सा लिया, लेकिन कांग्रेस सदस्य पुनः नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए।
महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाओं में कथित वृद्धि को लेकर सरकार पर निशाना साधने के अलावा कांग्रेस के सदस्य पार्टी के वरिष्ठ विधायक तारा प्रसाद बाहिनीपति को एक सप्ताह के लिये निलंबित किये जाने का भी विरोध कर रहे थे।
विपक्षी विधायक होली के दौरान राज्य में हुई कई हत्याओं और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों पर मुख्यमंत्री से बयान की मांग कर रहे थे।
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