Cyclone Michaung: कॉफी उत्पादक किसानों ने बारिश से फसल प्रभावित होने के बाद सरकारी हस्तक्षेप की मांग की
ओडिशा में चक्रवाती तूफान ‘मिगजॉम’ के कारण बेमौसम बारिश से फसल प्रभावित होने के कारण ओडिशा के कॉफी उत्पादकों के एक संगठन ने सरकार से हस्तक्षेप करने और सब्सिडी देने की मांग की.
कोरापुट, 8 दिसंबर : ओडिशा में चक्रवाती तूफान ‘मिगजॉम’ (Cyclone Michaung) के कारण बेमौसम बारिश से फसल प्रभावित होने के कारण ओडिशा के कॉफी उत्पादकों के एक संगठन ने सरकार से हस्तक्षेप करने और सब्सिडी देने की मांग की. ‘ओडिशा कॉफी ग्रोअर्स एसोसिएशन’ (ओसीजीए) ने सरकार से फसलों को आधुनिक तरीके से सुखाने की तकनीक को अपनाने के लिए सब्सिडी प्रदान करने का आग्रह किया. किसानों के संगठन के अनुसार, कॉफी बागानों के लिए मशहूर कोरापुट जिले में मंगलवार और बुधवार को बारिश हुई और फसलों को नुकसान पहुंचा.
उन्होंने कहा कि फसलों की कटाई के चरम मौसम के दौरान यह आपदा आई और पके हुए कॉफी फलों की गुणवत्ता और बनावट प्रभावित हुई. कॉफी उत्पादकों के संगठन के उपाध्यक्ष सुजॉय प्रधान ने कहा, “यह कॉफ़ी फलों के पकने का मौसम है. चक्रवाती तूफान ने उत्पादकों को काफी प्रभावित किया है. बेमौसम बारिश के बाद काटी गई कॉफी को सुखाना मुश्किल हो गया है. इस (स्थिति) का सामना हम लगभग हर साल करते हैं. इसके अलावा, गुणवत्ता भी प्रभावित होती है.” यह भी पढ़ें : Cyclone Michaung: चक्रवात ‘‘मिगजॉम’’ कमजोर हुआ, ओडिशा में मध्यम बारिश जारी
जिले में काश्तकार फसल को सुखाने के लिए काटे गए कॉफी के फलों को धूप में रखते हैं. उन्होंने कहा, “प्रतिकूल मौसम की स्थिति के दौरान यह अभ्यास चुनौतीपूर्ण हो जाता है, जिससे गुणवत्ता संबंधी समस्याएं पैदा होती हैं. इसके अतिरिक्त, खुली सुखाने की प्रक्रिया के दौरान अनजाने में कई पदार्थ कॉफी के साथ मिल सकते हैं.” वर्तमान में, कोरापुट में 3,500 हेक्टेयर से अधिक कॉफी बागान हैं, जिसमें लगभग 4,300 उत्पादक शामिल हैं.