जीन्स को लेकर विवाद के बाद मैग्नस कार्लसन टूर्नामेंट से हटे, बोले- यह मेरे लिए यह सिद्धांत का मामला बन गया

महासंघ ने शुक्रवार को बयान में कहा कि उसके नियमों में एक ‘ड्रेस कोड’ (कपड़ों से संबंधित नियम) शामिल है जो प्रतिभागियों को टूर्नामेंट में जींस पहनने से रोकता है.

Magnus Carlsen (Photo: @MagnusCarlsen/X)

महासंघ ने शुक्रवार: को बयान में कहा कि उसके नियमों में एक ‘ड्रेस कोड’ (कपड़ों से संबंधित नियम) शामिल है जो प्रतिभागियों को टूर्नामेंट में जींस पहनने से रोकता है. महासंघ ने अपनी वेबसाइट पर डाले बयान में कहा, ‘‘मुख्य मध्यस्थ ने कार्लसन को उल्लंघन के बारे में सूचित किया, 200 डॉलर का जुर्माना लगाया और उनसे अनुरोध किया कि वह अपने कपड़े बदल लें.’’बयान के अनुसार, ‘‘दुर्भाग्य से कार्लसन ने मना कर दिया और परिणामस्वरूप उन्हें नौवें दौर में खेलने के लिए नहीं चुना गया. यह निर्णय निष्पक्ष रूप से लिया गया और सभी खिलाड़ियों पर समान रूप से लागू होता है.’’ यह भी पढें: मैग्नस कार्लसन ने फिडे के ड्रेस कोड का किया उल्लंघन, 200 डॉलर का लगा जुर्माना, विश्व रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज में अर्जुन को संयुक्त बढत

नॉर्वे के 34 वर्षीय शतरंज ग्रैंडमास्टर कार्लसन ने अपने ‘टेक टेक टेक’ शतरंज ऐप से एक वीडियो में कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि उन्होंने 200 डॉलर का जुर्माना स्वीकार कर लिया है लेकिन उन्होंने न्यूयॉर्क में प्रतियोगिता छोड़ने से पहले अपनी पैंट बदलने से इनकार कर दिया.

कार्लसन ने वीडियो में कहा, ‘‘मैंने कहा, अगर कोई समस्या नहीं है तो मैं कल कपड़े बदल लूंगा.’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन उन्होंने कहा कि आपको अभी कपड़े बदलने होंगे. उस समय यह मेरे लिए यह सिद्धांत का मामला बन गया.’’

महासंघ ने अपने बयान में कहा कि ड्रेस कोड ‘सभी प्रतिभागियों के लिए पेशेवरपन और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है.’ महासंघ ने साथ ही कहा कि टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे इयान नेपोमनियाची पर भी शुक्रवार को ‘स्पोर्ट्स शूज’ पहनकर ड्रेस कोड का उल्लंघन करने के लिए जुर्माना लगाया गया था.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\