लखनऊ, पांच जनवरी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि देश में सड़कों समेत मूलभूत ढांचे के निर्माण के मामले में क्रांति आ गयी है और अब मुल्क को 'सुपर इकोनॉमिक पॉवर' बनने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती।
सिंह ने यहां लखनऊ—कानपुर एक्सप्रेसवे समेत 26778 करोड़ रुपए की लागत से 821 किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्गों के लोकार्पण, शिलान्यास और निर्माण कार्य की शुरुआत के मौके पर कहा कि मूलभूत ढांचे के निर्माण के मामले में सारे भारत में एक नई क्रांति आ गई है और दुनिया में जो भी देश धनवान हुए हैं उनके पीछे सबसे बड़ा राज यही रहा है, भारत को भी दुनिया में सुपर इकोनामिक पावर बनने से अब दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में सड़क निर्माण का इतिहास देखें तो पाएंगे कि प्रतिदिन पांच से आठ किलोमीटर ही सड़कों का निर्माण होता था। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के नेतृत्व में प्रतिदिन 30 से 40 किलोमीटर तक सड़कों का निर्माण हो रहा है। यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है।’’
लखनऊ—कानपुर एक्सप्रेसवे को प्रदेशवासियों के लिये बहुत बड़ी सौगात करार देते हुए लखनऊ के सांसद ने कहा, ‘‘इसे एक आर्थिक गलियारे के रूप में देखा जाना चाहिए। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर के लिए हाई स्पीड कनेक्टिविटी भी उपलब्ध कराएगा। यह एक्सप्रेसवे डिफेंस कॉरिडोर के लिए रीढ़ की हड्डी साबित होगा।’’
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस मौके पर उत्तर प्रदेश के लिये अनेक एक्सप्रेसवे तथा अन्य मार्गों के निर्माण की घोषणा करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार उत्तर प्रदेश में सात ग्रीन फील्ड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस हाईवे बनाएगी।
उन्होंने गोरखपुर से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक 519 किलोमीटर लंबे ग्रीन फील्ड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस हाईवे के निर्माण का ऐलान करते हुए कहा कि इसकी निर्माण लागत 32000 करोड रुपए होगी। इसका निर्माण कार्य छह महीने के अंदर शुरू होगा।
इसके अलावा गडकरी ने 20 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 686 किलोमीटर लम्बे वाराणसी—कोलकाता ग्रीनफील्ड सिक्स लेन एक्सप्रेसवे, इस एक्सप्रेस वे और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बीच कनेक्टिविटी के लिए गाजीपुर से 5000 करोड़ रुपए की लागत से 30 किलोमीटर एलिवेटेड मार्ग, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से देहरादून तक 12000 करोड़ रुपए के नये सिक्स लेन हाईवे, इसमें सहारनपुर बाईपास से 2000 करोड रुपए की लागत से 50 किलोमीटर नये सिक्स लेन मार्ग के निर्माण का भी ऐलान किया।
केन्द्रीय मंत्री ने 8000 करोड़ रुपये की लागत से 358 किलोमीटर लम्बे चम्बल एक्सप्रेसवे और दिल्ली—मेरठ एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेस वे से जोड़ने के लिए 300 करोड़ रुपए खर्च करके एक नया मार्ग बनाने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में 11 हजार करोड़ रुपये की लागत से 22 नये बाईपास बनाने का भी ऐलान किया।
लखनऊ—कानपुर ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे का जिक्र करते हुए गडकरी ने कहा कि करीब 5000 करोड़ रुपए का 63 किलोमीटर लंबा यह हाईवे बन जाने से कानपुर से 30 से 35 मिनट में लखनऊ हवाई अड्डा पहुंचा जा सकेगा।
इस मौके पर उन्होंने बलरामपुर से तुलसीपुर के बीच आठ हजार करोड़ रुपये की योजना तथा राजधानी लखनऊ से सम्बन्धित अनेक सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही कई अन्य परियोजनाओं को मंजूरी देने का एलान भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश की एक बड़ी अर्थव्यवस्था है। पिछले पांच वर्षों के दौरान विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों ने जिस तरह से उत्तर प्रदेश को अपना मार्गदर्शन, सहयोग और प्रेरणा दी उसके परिणाम आज जमीनी धरातल पर हम सबके सामने दिखाई दे रहे हैं।
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