रायपुर, 10 अप्रैल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज से लौटे तबलीगी जमात के सभी 107 लोगों की पहचान कर ली गई है तथा उन्हें पृथक-वास में रखा गया है।
मुख्यमंत्री बघेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पत्रकारों से चर्चा की।
बघेल ने कहा है कि निजामुददीन मरकज से छत्तीसगढ़ लौटे तबलीगी जमात के लोगों में कोई भी लापता नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘वहां से 107 लोग वापस आए थे। उन सबकी पहचान कर ली गयी है। उन्हें पृथक-वास में रखा गया है तथा उनके नमूने ले लिए गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि आन्ध्र प्रदेश की एसआईबी ने मोबाइल टॉवर के डाटा के आधार पर 159 लोगों की सूची जारी कर दी थी, जो सही नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘‘इसमें से कुछ ऐसे लोगों के नाम भी शामिल थे, जो केवल वहां से गुजरे थे और उनके नाम दर्ज हो गए। ये लोग मरकज में नहीं गए थे। बाद में भारत सरकार से मरकज में गए लोगों की जानकारी ली गयी, जिनमें 107 लोग ही शामिल थे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरबा जिले के कटघोरा में नए मामले मिलने के बाद शत प्रतिशत लॉकडाउन किया गया है। वहां सभी लोगों की जांच की जा रही है। कटघोरा में शत-प्रतिशत लोगों की जांच की जाएगी।
कटघोरा शहर में 24 घंटों के दौरान आठ लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि की गई है। इनके तबलीगी जमात के लोगों के संपर्क में आने की सूचना है।
राज्य में कोरोना वायरस से प्रभावित 18 लोगों में से नौ लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि लॉकडाउन हटाने का निर्णय कल प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कांन्फ्रेंस में प्राप्त दिशा-निर्देश के बाद 12 अप्रैल को राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में चर्चा करके लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के संबंध में पूरी संवेदनशीलता और सावधानी के साथ निर्णय लिया जाना चाहिए। इस संबंध में निर्णय करते समय हमें जीवन और जीविका के बीच संतुलन रखना होगा।
मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में बताया कि राज्य में एम्स रायपुर और जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस की जांच की व्यवस्था है। अभी राजधानी रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में टेस्टिंग की अनुमति मिली है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास पृथक-वास की व्यवस्था और पर्याप्त मात्रा में वेंटिलेटर हैं। राज्य सरकार द्वारा टेस्टिंग किट के लिए टेंडर कर दिया गया है। जल्द ही किट भी उपलब्ध हो जाएंगी।
बघेल ने कहा कि राज्य की सीमा सील कर दी गयी है। राज्य के भीतर लॉकडाउन में अत्यावश्यक सेवाओं के लिए छूट दी गयी। बाहर से आवागमन नहीं होने के कारण संक्रमण से बचे रहे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में दो माह का राशन वितरित किया जा रहा है। अनुसूचित क्षेत्र में महुआ और इमली की खरीदी वन समितियों और स्व-सहायता समूह के माध्यम से समर्थन मूल्य पर की जा रही है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के जो मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हैं, उनकी सहायता के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं और हेल्पलाइन नम्बर जारी किया गया है। इन मजदूरों के लिए वहीं जरूरी व्यवस्था करायी जा रही है।
संजीव
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