हैदराबाद, 29 सितंबर सार्वजनिक क्षेत्र की खनन कंपनी एनएमडीसी लिमिटेड के छत्तीसगढ़ इस्पात संयंत्र के इस साल चालू होने में कोविड-19 की वजह से देरी हो गयी है। अब संयंत्र के अगले साल जुलाई में शुरू होने की उम्मीद है।
एनएमडीसी का छत्तीसगढ़ में नगरनार इस्पात संयंत्र को इस साल शुरू करने का लक्ष्य था। 21,000 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित इस संयंत्र की क्षमता 30 लाख टन सालाना है।
कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुमित देव ने मंगलवार को कहा कि विदेशों से विशेषज्ञों को परियोजना के पर्यवेक्षण के लिए आना था और इसे चालू करने की मंजूरी देनी थी। लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते लगे यात्रा प्रतिबंधों की वजह से उनकी यह यात्रा पूरी नहीं हो सकी।
हालांकि सार्वजनिक क्षेत्र की एनएमडीसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने पहले इस साल इस संयंत्र के परिचालन में आने के संकेत दिए थे।
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वर्चुअल तरीके से की गयी कंपनी की वार्षिक आम सभा में शेयरधारकों के सवालों के जवाब में देव ने कहा कि एनएमडीसी अब तक इस संयंत्र पर 16,000 करोड़ रुपये निवेश कर चुकी है। परियोजना के पूरा होने पर इसकी कुल लागत 21,000 करोड़ रुपये होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘नगरनार संयंत्र को इसी साल चालू करने का लक्ष्य था। लेकिन कोविड-19 संकट के चलते विदेशी विशेषज्ञों का दौरा नहीं हो सका और अब इसके जुलाई 2021 तक परिचालन में आने की उम्मीद है।’’
देव ने कहा कि कंपनी की इस संयंत्र को चालू करने से पहले कुछ कर्ज लेने की भी योजना थी। इस संयंत्र के निर्माण का काम अपने समाप्ति की ओर है। कुछ काम बचा है जिसे हम आगे बढा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उपयुक्त उत्पादन स्तर पर काम करने के आधार पर इस संयंत्र के सालाना 14,000 से 15,000 करोड़ रुपये राजस्व पैदा करने की संभावना है।
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