देश की खबरें | एनआईए ने आरोपपत्र में तमिलनाडु के चार लोगों पर अलगाववादी संगठन स्थापित करने की कोशिश का आरोप लगाया

नयी दिल्ली, 20 अगस्त भारत विरोधी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न समूह स्थापित करने के लिए वैश्विक आतंकवादी समूहों-आईएसआईएस और अलकायदा से संबंध रखने वाले तमिलनाडु के चार लोगों की एक भयावह योजना का राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पर्दाफाश किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

एनआईए ने चेन्नई में दायर आरोपपत्र में कहा कि सातिक बाचा, आर आशिक उर्फ ‘मोहम्मद आशिक इलाही’, ए मोहम्मद इरफान और रहमतुल्ला उर्फ ‘रहमत’ विभिन्न आतंकी समूह बनाकर देश के एक हिस्से को अलग करने के लिए नफरत फैलाने और साजिश रचने में शामिल थे।

चार आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र एनआईए की विशेष अदालत में पांच आरोपियों द्वारा लोगों और पुलिस अधिकारियों को धमकाने तथा 21 फरवरी को वाहनों की जांच के दौरान पुलिसकर्मियों की हत्या के प्रयास से संबंधित एक मामले में दायर किया गया।

मामला शुरू में 21 फरवरी को तमिलनाडु के मयिलादुथुराई थाने में दर्ज किया गया था और 30 अप्रैल को संघीय एजेंसी द्वारा यह फिर से दर्ज किया गया था।

एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, "आरोपी भारत के एक हिस्से को अलग करने के लिए नफरत फैलाने और साजिश रचने में शामिल थे तथा 'खिलाफाह पार्टी ऑफ इंडिया', 'खिलाफाह फ्रंट ऑफ इंडिया', 'इंटिलेक्चुअल स्टूडेंट्स ऑफ इंडिया' जैसे संगठन बनाकर तथा आईएसआईएस/ दाएश, अलकायदा और श्रीलंका के नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) सहित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से जुड़कर भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को नुकसान पहुंचाना चाहते थे।’’

एजेंसी ने कहा कि जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने अपने नापाक इरादों के क्रम में केरल और तमिलनाडु में बैठकें की थीं।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)