नयी दिल्ली, 31 दिसंबर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने शुक्रवार को कहा कि उसने बिहार सरकार से एक कैदी की मौत के संबंध में इलाज में कथित लापरवाही को लेकर एक जेल के चिकित्सकों के विरूद्ध की गयी कार्रवाई पर रिपोर्ट मांगी है।
आयोग ने एक बयान में कहा कि उसने चिकित्सा लापरवाही के कारण हुई कैदी की मौत के मामले में तीन लाख रुपये की क्षतिपूर्ति के भुगतान पर बिहार के महानिरीक्षक (जेल एवं सुधार सेवाएं) की रिपोर्ट पर विचार किया है।
उसने कहा कि इस रिपोर्ट में ‘‘उन डॉक्टरों के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई के नतीजे के बारे में चुप्पी साध ली गयी है जो विचाराधीन कैदी के इलाज के प्रति उदासीन एवं लापरवाह थे।’’
उसने कहा कि इसलिए उसने बिहार सरकार के मुख्य सचिव को डॉक्टरों के विरूद्ध की गयी कार्रवाई पर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
उल्लेखनीय है कि संबंधित कैदी को आठ जुलाई, 2018 को जेल लाया गया था और उसका जेल अस्पताल में इलाज चल रहा था। 14 जुलाई, 2018 को उसे पूर्णिया के सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आयोग के अनुसार मजिस्ट्रेट जांच में सामने आया कि इस कैदी का जेल डॉक्टरों ने पेशवर तरीके से उपचार नहीं किया।
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