देश की खबरें | एनजीटी ने कृषि-रसायन कंपनी के संयंत्र में आग की घटना की जांच के लिए समिति गठित की

नयी दिल्ली, दो मार्च एनजीटी ने गुजरात के भरूच जिले में कृषि-रसायन कंपनी यूपीएल के झगडिया संयंत्र में आग की घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति बनायी है। समिति को एक महीने के भीतर ईमेल से अपनी रिपोर्ट अधिकरण को सौंपनी है। संयंत्र में आग लगने की घटना में दो श्रमिकों की मौत हो गयी थी।

राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति ए के गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ ने एक खबर का संज्ञान लिया और पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, यूपीएल, औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य निदेशक तथा जिलाधिकारी को नोटिस जारी किया।

पीठ ने कहा, ‘‘हमने सीपीसीबी, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य निदेशक और भरूच के जिलाधिकारी की चार सदस्यीय समिति बनायी है। यह समिति अधिकरण को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। समन्वय और अनुपालन के लिए सीपीसीबी और गुजरात राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नोडल एजेंसी होगी।’’

अधिकरण ने समिति को अगले सप्ताह तक घटना स्थल का दौरा करने और एक महीने के भीतर घटना के कारणों के बारे में अपनी रिपोर्ट देने को कहा है।

यूपीएल (यूनाइटेड फॉस्फोरस लिमिटेड) के झगडिया संयंत्र में 23 फरवरी को तड़के एक बजकर 35 मिनट पर धमाके के बाद आग लगने से दो लोगों की मौत हो गयी और 26 लोग घायल हो गए और पांच लोग अब भी लापता है।

पीठ ने इस तथ्य का जिक्र किया है, ‘‘बायलर के वार्षिक निरीक्षण के लिए पांच फरवरी से ही संयंत्र बंद था। गुजरात सरकार के श्रम और रोजगार विभाग ने संयंत्र को बंद करने का नोटिस जारी किया। गुजरात सरकार ने संयंत्र को मारे गए श्रमिकों के परिजन को मुआवजा देने का निर्देश दिया था।’’

एनजीटी ने कहा, ‘‘रिपोर्ट में कंपनी का बयान भी दिया गया कि संयंत्र बंद रहने के कारण कोई रासायनिक प्रतिक्रिया नहीं हुई थी। इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट से सॉल्वेंट में आग या धमाके के बाद शायद आग फैली।’’

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