लखनऊ, 29 दिसंबर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन नए कृषि कानूनों को किसानों के लिए 'डेथ वारंट' करार दिया है।
अखिलेश ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि भाजपा सरकार के तीनों कृषि कानून किसानों के लिए डेथ वारंट हैं। इस सरकार की नीतियों के खिलाफ चल रहे देशव्यापी किसान आंदोलन में सपा भी संघर्षरत है।
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा के नेता और कार्यकर्ता ‘किसान घेरा कार्यक्रम’ के तहत चौपाल लगाकर किसानों को जागरूक कर रहे हैं तो उन पर गम्भीर धाराओं में फर्जी मुकदमे दर्ज कर दिए गए हैं।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा की सरकार में कुछ भी हो सकता है। सच लिखने या बोलने पर मुकदमा भी हो सकता है। आतंकवादी बताया जा सकता है। इतना झूठ और भ्रष्टाचार पहले कभी किसी सरकार में नहीं रहा।
उन्होंने कहा कि किसानों को धान और गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य कहीं नहीं मिला है। उन्हें औने-पौने दाम पर फसल बेचने को मजबूर होना पड़ा है।
इस बीच, अखिलेश के समक्ष मशहूर शायर मुनव्वर राना की बेटी सुमैया राना, गोण्डा से बसपा के लोकसभा प्रत्याशी रहे मसूद आलम खां, पूर्व विधायक रमेश गौतम तथा उच्चतम न्यायालय के वकील प्रकाश चंद्र बर्नवाल के साथ बड़ी संख्या में आए लोगों ने सपा की सदस्यता ग्रहण की।
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